Bihar Crime News: युवक को पेड़ से लटकाकर दी तालिबानी सजा, मांगता रहा जान की भीख और तमाशा देखते रहे गाँव वाले Srijan Scam Bihar: सृजन घोटाले में पटना हाईकोर्ट ने CBI को क्यों लगाई फटकार? अब नहीं चलेगी लापरवाही – जवाब नहीं दिया तो देना होगा जुर्माना। पूरी खबर पढ़ें। India Pakistan: 'न्यूयॉर्क टाइम्स' ने खोली पाकिस्तान में हुई तबाही की पोल, आतंकियों से माफ़ी मांगते फिर रहे वहां के मंत्री Rahul Gandhi Bihar visit: राहुल गांधी के दौरे से पहले छात्रों को लौटाया जा रहा, कांग्रेस का पुलिस पर गंभीर आरोप Bihar News: बिहार के इस विश्वविद्यालय की काया पलट करने की तैयारी, करोड़ों के अनुदान के बाद मिलेंगी ये खास सुविधाएं Bihar News: बिहार पुलिस की जबरन वसूली और धमकाने का बढ़ता तांडव, कब तक सहेंगी आम जनता के ये जुल्म? Bihar Crime News: युवक का गला रेत सुनसान इलाके में फेंका, अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस Congress Turkey boycott video: तुर्की पर बहिष्कार के सवाल से कतराए कांग्रेस प्रवक्ता, वीडियो वायरल; बीजेपी ने बताया राष्ट्रविरोधी रवैया Bihar News: "जब रक्षक ही बन जाए भक्षक", पूर्णिया में दारोगा और सिपाहियों ने शख्स को लूटा, अब हुई गिरफ्तारी Bihar crime News: नौबतपुर में अपने गाँव के दालान में बैठा था प्रशांत, अचानक पहुंची Thar… और गोलियों से छलनी कर डाला!
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 28 Feb 2023 07:37:02 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: पटना हाइकोर्ट ने राज्य में बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियों के आधार पर नियुक्त शिक्षकों की नियुक्ति के मामले पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से कार्रवाई रिपोर्ट तलब की है. साथ ही अब तक की गई कार्रवाई का ब्योरा पेश करने का निर्देश राज्य सरकार को दिया है. सोमवार को कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश चक्रधारी शरण सिंह और न्यायमूर्ति मधुरेश प्रसाद की खंडपीठ ने रंजीत पंडित की ओर से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद यह आदेश दिया. बता दें कि याचिकाकर्ता के अधिवक्ता दीनू कुमार ने कोर्ट को बताया कि बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियों के आधार पर शिक्षक अब भी काम कर रहे हैं और वेतन उठा रहे हैं.
फर्जी डिग्री से नियुक्त हुए शिक्षक गलत तरीके से वेतन उठा रहे, जिस वजह से सरकार को नुकसान उठाना पड़ रहा है. मालूम हो कि कोर्ट ने 2014 के अपने एक आदेश में कहा था कि फर्जी डिग्री के आधार पर जो शिक्षक काम कर रहे हैं अगर वे खुद अपना इस्तीफा दे दे तो उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी. 26 अगस्त, 2019 को सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट को बताया गया था कि इस आदेश के बाद भी बड़ी संख्या में फर्जी शिक्षक काम कर रहे हैं और वेतन का लाभ लिया जा रहा है. जिसपर कोर्ट ने निगरानी को जांच का जिम्मा सौंपा था.
31 जनवरी, 2020 को सुनवाई दौरान निगरानी विभाग ने कोर्ट को जानकारी दी थी कि फर्जी शिक्षकों के रिकॉर्ड की जांच की जा रही है. लेकिन निगरानी का यह भी कहना था कि 1 लाख 10 हजार से अधिक शिक्षकों का रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है. इसी के मद्देनजर कोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार को अगली सुनवाई में अब तक की गई कार्रवाई का ब्योरा पेश करने का निर्देश दिया है. अब इस मामले पर अगली सुनवाई 13 मार्च को होगी.