RANCHI : रांची के पूर्व डीसी IAS छवि रंजन सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। इससे पहले 21 अप्रैल को उन्हें ईडी ने बुलाया था, लेकिन वे नहीं आ पाये। इनसे ईडी के अधिकारी दस्तावेज में हेराफेरी कर जमीन की खरीद-बिक्री के संबंध में पूछताछ की गयी। छवि रंजन को सुबह 11 बजे तक पहुंचने का टाइम मिला था लेकिन वे ठीक 10:30 बजे ईडी ऑफिस पहुंच गए। पूछताछ के बाद छवि रंजन ईडी दफ्तर से बाहर निकले और अपने आवास के लिए रवाना हुए।
दरअसल, सेना की जमीन घोटाला मामले में रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को ईडी ने पहले 21 अप्रैल को बुलाया था। लेकिन उन्होंने दो सप्ताह के समय की मांग की थी। वकील के माध्यम से एक मई तक पितृत्व अवकाश की जानकारी देते हुए उन्होंने ईडी से मई के पहले हफ्ते का समय देने का आग्रह किया। जिसे ईडी ने नहीं माना और 24 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा। जिसके बाद आज छवि रंजन ईडी के सामने पेश हुए थे।
बता दें कि सेना की जमीन खरीद बिक्री मामले की जांच ईडी ने पिछले साल शुरू की थी। उस दौरान रांची के एक बड़े कारोबारी समेत कई अधिकारियों के ठिकानों पर ईडी के द्वारा छापेमारी की गई थी। जिसके बाद अधिकारियों से पूछताछ भी की गई थी। पूछताछ में अधिकारियों ने ईडी को बताया था कि तत्कालीन डीसी छवि रंजन के आदेश पर उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री की थी। जिसके बाद से मामले में छवि रंजन की भूमिका को ईडी ने काफी अहम माना।
बताते चलें कि, ईडी ने इस मामले के तहत ही 13 अप्रैल को रांची के पूर्व डीसी और आईएएस छवि रंजन, बड़गाईं सीओ मनोज कुमार समेत कई राजस्व कर्मचारियों और जमीन माफियाओं के ठिकाने पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी को भारी पैमाने पर जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े दस्तावेज मिले। जिसमें खरीद-बिक्री में अनियमितता और अरबों की मनी लाउंड्रिंग के सबूत ईडी को मिले हैं। इन्हीं सबको लेकर छवि रंजन से आज ईडी ने पूछताछ की।