डिप्टी CM ने मुखिया जी को होमवर्क की दिलाई याद, कोरोना में चूक कबूल नहीं

डिप्टी CM ने मुखिया जी को होमवर्क की दिलाई याद, कोरोना में चूक कबूल नहीं

PATNA : कोरोना संकट के बीच बिहार के सभी पंचायतों के लिए 160 करोड़ रुपये दिए गये हैं। जिसके जरिए गांव वालों के बीच साबुन और मास्क का वितरण किया जाना है। 20 दिन पहले जारी आदेश के बावजूद ग्रामीण परिवारों के बीच अब तक मास्क और साबुन का वितरण नहीं किया जा सका है। इस बीच बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने बिहार के सभी मुखिया से ऑनलाक-01 के बीच इसका वितरण सुनिश्चित करने की अपील की है। उन्होनें कहा कि कोरोना संकट के बीच इस मसले पर लापरवाही ठीक नहीं है।


डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 4 फेज के लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 में बाजार, दुकानें, परिवहन आदि को खोल दिया गया है, ऐसे में और ज्यादा एहतियात व सतर्कतता बरतने की जरूरत है। राज्य सरकार ने घर से बाहर निकलने, सार्वजनिक स्थानों व परिवहन आदि के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। ऐसे में पंचायतें पंचम राज्य वित्त आयोग द्वारा प्रावधानित 160 करोड़ रुपये की राशि से सभी ग्रामीण परिवारों को एक साबुन व 4 मास्क उपलब्ध कराएं। करीब 20 दिन पहले निर्गत आदेश के बावजूद अब तक सभी ग्रामीण परिवारों को साबुन व मास्क उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।


सभी पंचायतों के मुखिया से अपील करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि दी गयी राशि का सदुपयोग करते हुए प्रत्येक ग्रामीण परिवार के लिए अधिकतम 20-20 रु. कीमत की एक साबुन व 4 मास्क अधिकतम 100 रुपया खर्च कर वितरण वार्ड सदस्यों के माध्यम से सुनिश्चित करें और इसका पंजी भी संधारित कराएं। मास्क की खरीद के लिए जीविका समूह व खादी भंडार को प्राथमिकता दें और यदि पर्याप्त संख्या में मास्क उपलब्ध नहीं हो तो स्थानीय स्तर पर सूती कपड़े का मास्क तैयार करायें। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर दंड का प्रावधान है,इसके लिए सभी को जागरूक करें।


सुशील मोदी ने कहा कि ब्लॉक क्वरंटाइन सेंटरों में 12.71 लाख लोगों ने निबंधन कराया है जिसमें से 8 लाख लोग डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। इन सभी लोगों के लिए मास्क पहनना और ज्यादा जरूरी है। जिनके पास अभी मास्क उपलब्ध नहीं है वे गमछा, रूमाल व तौलिया आदि से अपना मुंह ढकें।