SITAMARHI : सीतामढ़ी में डीपीएस स्कूल के एक छात्र को व्हाट्सएप ग्रुप बनाना काफी भारी पड़ गया। व्हाट्सएप ग्रुप बनाने से नाराज स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षक ने छात्र की न सिर्फ बेरहमी से पिटाई कर दी बल्कि उसे करीब पांच घंटों तक बंधक बनाए रखा। पिटाई के कारण छात्र को गंभीर चोटें आई हैं। जब छात्र के परिजनों ने इसका विरोध किया तो स्कूल प्रबंधन ने झूठा आरोप लगाकर स्कूल से सस्पेंड कर दिया है। घायल छात्र का इलाज स्थानीय पीएचसी में कराया जा रहा है।
दरअसल, सीतामढ़ी स्थित डीपीएस स्कूल के आठवीं के छात्र शुभम ने स्टडी के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बना दिया था। जिसमें उसने क्लास के ही कुछ छात्रों को जोड़ा था। ग्रुप में शामिल किसी बच्चे ने उस व्हाट्सएप ग्रुप में कुछ गलत शब्द लिख दिया था। इस बात की जानकारी जैसे ही स्कूल के प्रिंसिपल को मिली वह आगबबूला हो गए। बिना मामले की जांच किए ही वे शुभम पर बरस पड़े और प्रिंसिपल और शुभम के क्लास टीचर ने शुभम की बेरहमी से पिटाई कर दी। इससे भी मन नहीं भरा तो पीड़ित छात्र को स्कूल के एक कमरे में करीब पांच घंटों तक बंद कर दिया।
इस बात की जानकारी मिलते ही शुभम के परिजन स्कूल पहुंचे, तो उन्हें सुभम से मिलने तक नहीं दिया गया। सुभम के परिजनों ने दिल्ली पब्लिक स्कूल, लगमा के प्रिंसिपल और शिक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शुभम के कान पर जख्म के गहरे निशान मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि क्लास टीचर विकास पांडे और प्रिंसिपल बादल सिंह ने शुभम की जबरदस्त पिटाई कर दी और बाद में उसे कमरे में बंद कर दिया। फिलहाल शुभम को इलाज के लिए डुमरा PHC में लाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है। परिजनों की मानें तो स्कूल प्रबंधन ने शुभम पर छेड़खानी का झूठा आरोप लगाकर उसे स्कूल से सस्पेंड कर दिया है।