PATNA : बिहार के छपरा में ज़हरीली शराब के कारण 80 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि, सरकारी रिकॉर्ड में यह डाटा 30 से 40 के बीच ही है। लेकिन,इसके बावजूद अब इस पुरे मामले की जांच करने एनएचआरसी की टीम सारण आने वाली है। इसी कड़ी में इनके जांच से पहले बिहार सरकार के तरफ से इस मामले में जांच - पड़ताल को लेकर गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने बड़ा दावा पेश किया है।
दरअसल, सारण में जहरीली शराब से हुई मौत मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम द्वारा अगले दो से तीन दिनों में घटना के कारणों का खुलासा करने का दावा पेश किया गया है। एसआईटी की टीम ने इस मामले में दोषियों की पहचान करने का बड़ा दावा पेश किया है। इस बात की आधिकारिक पुष्टि खुद बिहार सरकार के मद्य निषेध, उत्पाद एवम निबंधन मंत्री सुनील कुमार ने भी किया है।
यह जांच टीम इस बात का खुलासा करेगी की आखिरकार सारण में जहरीली शराब आई कहां से और उससे लोगों के बीच किसके द्वारा बांटा गया। इसके साथ इस जांच के दोषियों को गिरफ्तार करने का भी आदेश पारित किया गया है। इसके अलावा शराब के इन धंधेबाजों को स्पीडी ट्रायल कर सजा दिलाने का भी निर्देश दिया गया है।
इसको लेकर बिहार सरकार के मंत्री के तरफ से अपर मुख्य सचिव केके. पाठक के साथ बिहार पुलिस के आइजी, डिआइजी, परमांडलीय आयुक्त, डीएम, एसपी भी मौजुद रहे। इस दौरान मंत्री ने शराब का अवैध कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ़ सख्ती बरतने का भी निर्देश पारित किया।