DARBHANGA: DMCH में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। तीसरी मंजिल पर कोरोना वार्ड में भर्ती बेटे की जान बचाने के लिए एक बुजुर्ग मां ने वार्ड बॉय को ऑक्सीजन सिलेंडर ले जाने को कहा तब उसने पैसे की मांग की। वार्ड बॉय ने उसकी कोई मदद नहीं की। जिसके बाद बुजुर्ग महिला ने कोरोना वार्ड में एडमिट एक मरीज की मदद से किसी तरह ऑक्सीजन सिलेंडर सीढ़ियों से खीच कर कोरोना वार्ड के तीसरे तल्ले पर बने वार्ड में ले गयी।
इस वायरल वीडियो ने एक बार फिर से डीएमसीएच की पोल खोल कर रख दी है। यहां वार्ड बॉय एक सिलेंडर पहुंचाने के लिए कम से कम 200 रुपये और अधिक से अधिक 500 रुपये लेता है। इनमें कुछ कोरोना मरीज ऐसे हैं जिनके परिजन खुद वहां नहीं रहते हैं ऐसे में उन मरीजों तक ऑक्सीजन सिलेंडर कैसे पहुंचता होगा यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। जाहिर है बिना वार्ड बॉय को पैसे दिए उन तक ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं पहुंचता होगा। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि वायरल हो रही यह तस्वीरें बयां कर रही है। जिसमें एक बुजुर्ग महिला को अपने बेटे की जान बचाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। यदि कोरोना मरीज सिलेंडर तीसरे तत्ले पर ले जाने में उनकी मदद नहीं करता तब बुजुर्ग महिला भी सिलेंडर बेटे तक पहुंचा पाने में नाकाम होती। फिर उसे भी वार्ड बॉय को पैसे देकर ही सिलेंडर का प्रबंध करना पड़ता। इस वीडियो के वायरल होने के बाद डीएमसीएच की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुलती दिख रही है।
गौरतलब है कि विगत कुछ दिन पहले ही दरभंगा के डीएमसीएच के कोरोना वार्ड में एक और वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वार्ड बॉय ने लाश देने के नाम पर पैसे की मांग की थी। परिजनों द्वारा पैसे नहीं देने पर लाश को परिजनों के सामने लाकर पटक दिया गया था। उसके बाद परिजनों ने वार्ड बॉय की पिटाई कर दी थी। लेकिन आज जो मामला सामने आया है उसे देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
वही डीएमसीएच अधीक्षक मणि भूषण शर्मा का एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें फोन करने वाला व्यक्ति यह बता रहा है कि मुझे DMCH में एडमिट कोरोना मरीजों ने फोन कर बताया है कि कोरोना वार्ड में मौजूद वार्ड बॉय सिलेंडर ले जाने के नाम पर पैसे की मांग कर रहे हैं। इस पर DMCH अधीक्षक मणिभूषण शर्मा कहते हैं इन लोगों की मानवता मर गई है सब मर रहे हैं लेकिन इनकी मानवता खत्म हो गई है। आपने यह मामला मेरे संज्ञान में दिया है मैं इस पर कार्रवाई करवाता हूं। ऐसे में देखने वाली बात होगी की डीएमसीएच अधीक्षक अब इस मामले पर क्या कार्रवाई करते हैं।