PATNA: दिवाली से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने रिकॉर्डिंग बम फोड़ा है। इस दौरान तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। पटना में पत्रकारों को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किससे क्या बाते करते हैं और क्या आदेश देते हैं, इसका रिकॉर्डिंग मेरे पास है। अधिकारियों और कर्मचारियों को निम्नस्तर के आदेश देते हैं। लेकिन हम घटिया राजनीति नहीं करना चाहते।
दरअसल तारापुर और कुशेश्वरस्थान सीट पर होने वाले उपचुनाव प्रचार का शोर थमने के बाद तेजस्वी यादव ने गुरुवार को पटना के आरजेडी प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि उप चुनाव में बिहार पुलिस जेडीयू के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही है। पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मतदाताओं से उनका हक छीना जा रहा है।
तेजस्वी ने केंद्रीय पुलिस फोर्स की सुरक्षा में चुनाव कराने की मांग की है। तेजस्वी यादव ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि वे डरे हुए हैं। तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री को एबीसीडी और कखगघ का भी ज्ञान नहीं है। जब नौजवान रोजगार मांगते हैं तो उनसे किस तरीके से बात करते हैं? नीतीश कुमार की बौखलाहट साफ दिख रही है। गोली मारने के नीतीश कुमार के बयान पर कहा कि मुख्यमंत्री जी को अपने सिस्टम पर ही भरोसा नहीं है। बौखलाहट की वजह से वे इस तरह के बयान दे रहे हैं।
बिहार में विधानसभा उपचुनाव को लेकर 30 सितंबर को वोटिंग होने वाली है. 2 नवंबर को तारापुर और कुशेश्वरस्थान सीट का रिजल्ट भी आ जायेगा. आज से चुनाव प्रचार भी थम गया है. इसी बीच बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार पर बड़े आरोप लगाये हैं. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश सरकार और उनके अधिकारी पिछली बार की तरह इस बार भी चुनाव जीतने के लिए षड्यंत्र रच रहे हैं. पुलिस अधिकारी भी प्रशासन की तरह नहीं बल्कि जेडीयू के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से ठीक 1 महीने पहले पुलिसकर्मियों को बिरौल से कुशेश्वरस्थान के बगहा में ट्रांसफर कर दिया गया है. राजद ने इस बारे में बीते 23 अक्टूबर को चुनाव आयोग से शिकायत भी की थी. इसका जवाब 26 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने दिया जिसमें आयोग ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिरौल एसडीपीओ दिलीप कुमार झा के खिलाफ मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप आरजेडी ने लगाया है. इसे लेकर चुनाव आयोग ने दरभंगा प्रशासन से जवाब भी मांगा है लेकिन बावजूद इसके जिला प्रशासन ने दिलीप कुमार झा को 25 बूथ की जिम्मेदारी दे दी है. तेजस्वी ने कहा कि बिना किसी नोटिफिकेशन के दिलीप कुमार झा को दरभंगा प्रतिनियुक्ति पर लाया गया है.
उन्होंने कहा कि उन्हें बिहार की सरकार और यहां की पुलिस पर भरोसा नहीं है. सरकार जब चुनाव आयोग का ही आदेश मानने को तैयार नहीं है तो क्या उम्मीद की जा सकती है. ऐसे में निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव संपन्न कराने के लिए केंद्रीय बल के नेतृत्व में चुनाव का आयोजन होना चाहिए.
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डरे हुए हैं. उन्हें अपने वर्तमान और भविष्य की चिंता सता रही है इसलिए इस बार भी वह साजिश रच कर चुनाव जीतना चाहते हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि सत्ता के लालच में नीतीश कुमार अब निम्न स्तर की राजनीति कर रहे हैं, इससे उनकी बौखलाहट साफ दिख रही है.