PATNA : बिहार समेत पूरे देश में दिवाली धूमधाम से मनाया गया पटाखे की गूंज और रंग बिरंगी लाइट से हर चौक चौराहा जगमगा उठा। लेकिन आतिशबाजी की वजह से प्रदेश की हवा काफी दूषित हो गई है। राज्य में प्रदूषण का स्तर खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है। पटना में कई जगहों का AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) गंभीर स्तर पर पहुंच गया है, जो कि स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
दिवाली की रात के बाद राजधानी पटना में लगातार वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता हुआ नजर आया है। राजधानी पटना के डाक बंगला चौराहा और तारामंडल के क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स 170 के पार हो चुका है. वहीं पटना के राजा बाजार में भी एयर क्वालिटी इंडेक्स 165 तक पहुंच गया है। दिवाली के मौक पर राजधानी पटना सहित कई जगहों पर पटाखे भी छोड़े जाते हैं। इस वजह से दीपावली के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स उछाल हुआ।
डॉक्टर का कहना है की राजधानी पटना में वायु प्रदूषित हो गई है। खासकर अस्थमा और सांस के बीमारी वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे लोगों को फिलहाल मास्क लगाकर ही बाहर निकलना चाहिए साथ ही वायु प्रदूषण के स्तर ज्यादा बढ़ने से लोगों को आंख में भी जलन होता है। लोगों को जब भी ऐसा अनुभव हो लोग बाहर से घर आने पर पानी से आंख को धोएं काफी फायदा होगा राहत मिलेगी।
स्केल वायु गुणवत्ता स्तरों को चार क्लास में बांटता है। अगर किसी जगह का AQI 0-50 है तो उस जगह के AQI को 'अच्छा', 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'बहुत खराब' और 401-500 को 'गंभीर' माना जाता है। प्रदूषण से बचने के लिए घर से बाहर निकलने पर अपने मुंह और नाक को अच्छे से ढंक लें या मास्क लगा कर निकलें। आंखों की एलर्जी से बचने के लिए आंखों पर चश्मा लगाकर निकलें। ज्यादा प्रदूषण में घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। वहीं, घर के बच्चे और बुजुर्गों को बाहर निकलने से रोके। ऐसे में पार्क में खेलने जाने वाले बच्चों को घर पर ही इनडोर गेम्स खेलने को कहें।