DELHI: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-राजद के बीच गठबंधन का औपचारिक एलान हो गया. हुआ वही जो FIRST BIHAR ने पांच दिन पहले ही बता दिया था. कांग्रेस ने राजद के लिए चार सीटें छोड़ी है. लेकिन खास बात ये है कि चारों ऐसी सीटें हैं जहां पिछले चुनाव में कांग्रेस का हाल बेहद बुरा था और इस चुनाव में उम्मीदवार ढ़ूढ़ने में भी परेशानी हो रही थी.
राजद को चार सीटें
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हुए तालमेल में कांग्रेस ने राजद के लिए चार सीटें छोड़ी हैं. RJD को बुराडी, किराडी, उत्तम नगर और पालम सीट दी गयी है. अहम बात ये है कि ये सारी ऐसी सीटें हैं जहां कांग्रेस की हालत पिछले चुनाव में बेहद खराब रही थी. इस दफे भी वहां ढंग का उम्मीदवार ढ़ूढने तक में परेशानी हो रही थी. लिहाजा उन्हें राजद के हिस्से दे दिया गया.
कांग्रेस ने छोड़ी छांटी हुई सीट
कांग्रेस ने राजद को किराड़ी सीट दी है. 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार को यहां सिर्फ दो हजार वोट आये थे. यानि कुल पड़े वोट का लगभग एक प्रतिशत. राजद को दी गयी दूसरी सीट बुराडी का हाल भी ऐसा ही है. बुराडी में पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जमानत तक नहीं बची थी. कांग्रेसी उम्मीदवार को लगभग 6 हजार वोट आये थे, जो कुल वोट का सिर्फ 3 प्रतिशत था. इस चुनाव में कांग्रेस ने उन सीटों से पल्ला झाड़ कर राजद को थमा दिया.
नहीं मानी गयी 5 सीटों की राजद की मांग
वैसे RJD ने शुरू में कांग्रेस से 7 सीटों की मांग रखी थी. लेकिन बाद में 2 सीट कम कर 5 की मांग की. राजद नेता लगातार पांच सीटें मांगते रहे लेकिन कांग्रेस 4 सीट से ज्यादा देने को तैयार नहीं हुई. आखिर आखिर तक राजद के नेता पांचवी सीट के लिए गुहार लगाते रहे लेकिन कांग्रेस ने उसका नोटिस नहीं लिया.
दिल्ली कांग्रेस के एक वरीय नेता ने फर्स्ट बिहार को बताया कि दिल्ली में राजद को सीट देने का कोई मतलब नहीं बन रहा था. यहां राजद का कोई जनाधार है नहीं. लेकिन एक तो कांग्रेस को इस दफे अच्छे उम्मीदवार ढ़ूढ़ने में परेशानी हो रही थी. दूसरे इसी साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं. लिहाजा दोनों बातों को ध्यान में रखकर राजद के लिए सीटें छोड़ी गयी है.