DHANBAD: झारखंड के धनबाद में तब बेटी कि शादी की खुशियां मातम में बदल गई जब आशीर्वाद बिल्डिंग में लगी भीषण आग में एक ही परिवार के परिवार के 15 लोगों कि मौत हो गई. इस हादसे में दुल्हन ने अपनी मां के साथ ही उसने उनकी दादी, चाची, मौसरे भाई अमन की भी जान चली गई.
इस हादसे के बाद भी पिता ने किसी तरह अपनी बेटी की शादी रस्मों को पूरा कर बेटी को विदा कर SNMMCH हॉस्पिटल पहुंचने के बाद उनके सब्र का बांध टूट गया. जानकरी के अनुसार जब अंतिम विदाई देने के लिए हॉस्पिटल के नई नवेली दुल्हन स्वाती पहुंची तो पिता सुबोध ने बेटी को कहा.. बेटी तुम्हें हिम्मत रखना होगा. तुम टूट गई तो सब बिखर जायेगे. बोलने के बाद पिता फुट फुट कर रोने लगे.
परिजनों ने शादी के दौरान बेटी से उसकी मां के गुजर जाने की बात छिपा कर रखी थी ताकि किसी तरह शादी सम्पन्न हो जाए. हालांकि शादी के समय बार बार वो अपनी मां को ढूंढ रही थी. तब घर वालों ने कहा कि तबियत खराब होने की वजह से मां को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. सब ठीक है. शादी के बाद दुल्हन के जिद्द पर वह जब हॉस्पिटल गई तो उसके पैरो तले जमीन खिशक गई. शवगृह में अपनी मां के शव को देखते ही वह बेहोश हो गई.
इस भीषण अग्निकांड के बाद झारखंड सरकार ने मृतकों को चार चार लाख रुपये का मुआवजा सरकार देगी. मोदी सरकार ने भी सभी मृतक को 2-2 लाख देने की बात कही है. अब इस मामले को लेकर आज हाईकोर्ट में होगी सुनवाई होगी. धनबाद आशीर्वाद टावर हादसे में झारखंड हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. इस हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई. इस मामले की सुनवाई आज हाईकोर्ट में होगी