PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के चुनाव प्रचार के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने धमदाहा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेरा अंतिम चुनाव हैं. लेकिन इस इमोशनल कार्ड का असर यहां के वोटरों पर नहीं पड़ा. 2015 के अपेक्षा यहां पर 9 प्रतिशत कम मतदान हुआ.
इमोशन से मतलब नहीं
सीएम नीतीश कुमार भले ही इमोशनल कार्ड खेला, लेकिन यहां के मतदाता थोड़ा सा भी इमोशनल नहीं हुए. यही कारण है कि धमदाहा में 2015 के अपेक्षा 9 प्रतिशत मतदान कम हुआ. 2015 में 65.28 प्रतिशत मतदान हुआ था, लेकिन 2020 में सिर्फ 56.80 प्रतिशत मतदान हुआ है.
अंत भला तो सब भला
5 नवंबर को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए धमदाहा में नीतीश कुमार ने बड़ा एलान कर दिया था.नीतीश कुमार ने इस बात का खुलासा किया था कि मौजूदा चुनाव उनका आखिरी चुनाव है. नीतीश कुमार ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव है. इस एलान के बाद माना जा रहा था कि वह 2020 के बाद अब राजनीति से खुद को अलग कर लेंगे. इस लिए अपने इस चुनाव को आखिरी चुनाव बताते हुए लोगों से आखिरी मौका देने की अपील की. नीतीश ने कहा था कि अंत भला तो सब भला इसलिए आप आखरी मौका दे. लेकिन अगले ही दिन जेडीयू के नेता पलट गए और कहने लगे की नीतीश कुमार के बयान को गलत तरीके से लिया गया.