Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष में कौन-कौन सी चीजें खरीदना माना गया है अशुभ? जानिए... पूरी डिटेल Bihar News: बिहार के इस जिले में बिना बकाया बिल जमा किए बिजली होगी बहाल, मुफ्त 125 यूनिट का भी मिलेगा लाभ Road Accident: तेज रफ्तार बाइक ट्रॉली से टकराई, सड़क हादसा में जीजा की मौत; साला गंभीर रूप से घायल Bihar Weather: बिहार के 11 जिलों में आज बारिश की संभावना, गर्मी और उमस से यहाँ के लोगों को मिलेगी राहत Patna News: प्रेमिकाओं पर खर्च के लिए करता था चेन स्नैचिंग, आरोपी गिरफ्तार BIHAR CRIME: बांका में युवक की बेरहमी से हत्या, शव पर नमक डालकर फेंका बक्सर में सनातन जोड़ो यात्रा का तीसरा दिन, राजकुमार चौबे ने किया वादा, कहा..बक्सर को धार्मिक राजधानी बनाकर रहेंगे बड़हरा से तीर्थयात्रा पर रवाना हुए 300 से अधिक श्रद्धालु, अजय सिंह ने दिखाई हरी झंडी पटना के वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में शिक्षक दिवस की धूम, शिक्षकों को किया गया सम्मानित Bihar Crime News: बिहार में घर में घुसकर महिला की बेरहमी से हत्या, खून से सना शव मिलने से सनसनी
1st Bihar Published by: SUMIT KUMAR Updated Fri, 03 Jan 2020 05:10:51 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : पटना के पालीगंज में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने जनसंवाद कार्यक्रम में शिरकत किया। इस मौके पर डीजीपी कुछ अलग ही अंदाज में नजर आए। पुलिस अधिकारी से ज्यादा एक समाजसुधारक की तरह डीजीपी ने नशामुक्त और अपराधमुक्त समाज बनाने में सहयोग की अपील लोगों से की। डीजीपी ने युवाओं के बीच नशामुक्ति मंत्र दिया । इस मौके पर डीजीपी को सुनने और देखने के लिए हजारों लोग उमड़ पड़े।
पालीगंज के गांधी मैदान में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में डीजीपी गुप्तेशवर पांडेय ने 19 जनवरी को बनाए जाने वाले मानव शृंखला में लोगों से बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की। उन्होनें कहा कि जन-जीवन हरियाली को लेकर ये मानव शृंखला बनायी जाएगी। साथ ही साथ इसके जरिए लोगों को शराबबंदी और दहेज मुक्त समाज के निर्माण के लिए भी जागरुक किया जाएगा।उन्होनें कहा कि नशे के चक्कर में पड़कर समाज के दूरी तो बन ही जाती है आपके अपने भी आपसे दूर होने लगते हैं। नशा से दूर रहकर एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है।
वहीं इस मौके पर उन्होनें लोगों को संदेश देते हुए कहा कि अपराध मुक्त समाज बनाने के लिए आप अपराधियों का बहिष्कार करें। अपराधियों को संरक्षण देने से बच्चों के मन-मस्तिष्क पर इसका बुरा असर पड़ता है। बच्चे भी उस और उन्मुख होने लगते हैं। पहले बच्चे के मन मस्तिष्क में आईएएस-आईपीएस बनने की सोच रहती थी। लेकिन आज उन्हें यह देखने को मिलता है कि जो अपराधी हैं उन्हें गांव में समाज में सम्मान मिलता है। जिसके कारण अपराध के प्रति उसकी प्रवृत्ति बनती है इससे भी बचना होगा। अपराधी तो अपराधी होता है उसकी कोई जाति या कौम नही होती। अपने पढ़ाई के दिनों को याद करते हुए उन्होनें कहा कि हम पढ़ाई के समय के बहुत कमजोर विद्यार्थी थे। लेकिन मेरे साथ पढ़ने वाला जब आईपीएस बना तो हमने भी ठाना कि हमे भी आईपीएस बनना है।उसके लिए तैयारी शुरू कर दी। कहने का मतलब है कि किसी भी मुकाम को हासिल करने के लिए दृढ़निश्चय होना बहुत जरूरी है।