PATNA : पटना के पालीगंज में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने जनसंवाद कार्यक्रम में शिरकत किया। इस मौके पर डीजीपी कुछ अलग ही अंदाज में नजर आए। पुलिस अधिकारी से ज्यादा एक समाजसुधारक की तरह डीजीपी ने नशामुक्त और अपराधमुक्त समाज बनाने में सहयोग की अपील लोगों से की। डीजीपी ने युवाओं के बीच नशामुक्ति मंत्र दिया । इस मौके पर डीजीपी को सुनने और देखने के लिए हजारों लोग उमड़ पड़े।
पालीगंज के गांधी मैदान में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में डीजीपी गुप्तेशवर पांडेय ने 19 जनवरी को बनाए जाने वाले मानव शृंखला में लोगों से बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की। उन्होनें कहा कि जन-जीवन हरियाली को लेकर ये मानव शृंखला बनायी जाएगी। साथ ही साथ इसके जरिए लोगों को शराबबंदी और दहेज मुक्त समाज के निर्माण के लिए भी जागरुक किया जाएगा।उन्होनें कहा कि नशे के चक्कर में पड़कर समाज के दूरी तो बन ही जाती है आपके अपने भी आपसे दूर होने लगते हैं। नशा से दूर रहकर एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है।
वहीं इस मौके पर उन्होनें लोगों को संदेश देते हुए कहा कि अपराध मुक्त समाज बनाने के लिए आप अपराधियों का बहिष्कार करें। अपराधियों को संरक्षण देने से बच्चों के मन-मस्तिष्क पर इसका बुरा असर पड़ता है। बच्चे भी उस और उन्मुख होने लगते हैं। पहले बच्चे के मन मस्तिष्क में आईएएस-आईपीएस बनने की सोच रहती थी। लेकिन आज उन्हें यह देखने को मिलता है कि जो अपराधी हैं उन्हें गांव में समाज में सम्मान मिलता है। जिसके कारण अपराध के प्रति उसकी प्रवृत्ति बनती है इससे भी बचना होगा। अपराधी तो अपराधी होता है उसकी कोई जाति या कौम नही होती। अपने पढ़ाई के दिनों को याद करते हुए उन्होनें कहा कि हम पढ़ाई के समय के बहुत कमजोर विद्यार्थी थे। लेकिन मेरे साथ पढ़ने वाला जब आईपीएस बना तो हमने भी ठाना कि हमे भी आईपीएस बनना है।उसके लिए तैयारी शुरू कर दी। कहने का मतलब है कि किसी भी मुकाम को हासिल करने के लिए दृढ़निश्चय होना बहुत जरूरी है।