PATNA : डीजीपी एसके सिंघल ने वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की है. इस दौरान तीन जिले ऐसे पाए गए, जहां गिरफ़्तारी सबसे कम की गई है. इसपर डीजीपी ने गहरी नाराजगी जताई है. साथ ही उन्होंने कम गिफ्तारी करनेवाले तीन जिलों के एसपी से जवाब-तलब किया है. वहीं, सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को खुद रात्रि गश्ती करने का निर्देश दिया है. डीजीपी ने आइजी व डीआइजी को भी अपने-अपने क्षेत्र के थानों के काम की निगरानी का टास्क सौंपा है.
डीजीपी एसके सिंघल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वरीय अधिकारीयों के साथ मंगलवार को बैठक की. इस दौरान अपराध में शामिल आरोपियों की थानावार सूची तैयार कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि थानों में उपलब्ध अधिकारियों और बल के अनुपात में गिरफ्तारी होनी चाहिए. हर एक पुलिस अधिकारी और जवान के कामकाज का हिसाब हो होना चाहिए.
इस दौरान डीजीपी ने जिन थानों में गिरफ्तारी कम हुई है, वहां के एसपी को थानाध्यक्षों से बात करने और आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. साथ ही तीन जिलों के एसपी से कम गिरफ्तारी होने को जवाब-तलब किया है. हालांकि, मुख्यालय ने कम गिरफ्तारी करनेवाले तीन जिलों के नाम का खुलासा नहीं किया है. इस दौरान एसके सिंघल ने यह भी कहा कि थानों में गाड़ियां निर्धारित मापदंड के अनुसार होनी चाहिए. एसपी इसे सुनिश्चित कर लें.
एडीजी मुख्यालय जेएस गंगवार ने जिलों के एसपी को रात में क्षेत्र में निकलने का आदेश दिया. साथ ही कहा कि रात में गश्ती दल की चेकिंग करें. इस दौरान हाजत का औचक निरीक्षण करने के साथ स्टेशन डायरी को भी चेक करें. उन्होंने पुलिस गश्ती को प्रभावकारी बनाने के लिए प्रातकालीन, दिन, शाम और रात में गश्ती का रोस्टर बनाकर वरीय पदाधिकारियों द्वारा चेक करने का भी आदेश दिया.