देश यात्रा के लिए ही खरीदा जा रहा जेट, सुशील मोदी बोले- नीतीश जहां घूमना है घूम लें.. कोई नहीं पूछेगा

देश यात्रा के लिए ही खरीदा जा रहा जेट, सुशील मोदी बोले- नीतीश जहां घूमना है घूम लें.. कोई नहीं पूछेगा

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश यात्रा पर जाने की बात क्या कही, बिहार की सियासत में गर्माहम आने लगी। नीतीश कुमार के यह कहने पर कि बजट सत्र के बाद वे एक बार फिर से विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए निकलेंगे, इसपर बीजेपी ने जोरदार हमला बोला है। बिजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार चाहे पूरा देश घूम लें उन्हें कोई पूछने वाला नहीं है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार के देश में घूमने के लिए ही बिहार सरकार साढ़े तीन सौ करोड़ का जेट विमान और हेलीकॉप्टर खरीद रही है।


सुशील मोदी ने कहा कि बिहार सरकार जो साढ़े तीन सौ करोड़ का जेट और हेलीकॉप्टर की खरीद करने जा रही है वह इसी काम के लिए खरीदा जा रहा है ताकि नीतीश देश की यात्रा कर सकें। बिहार जैसा गरीब राज्य जिसके सीएम एक तरफ विशेष राज्य के दर्जा की मांग करते है तो वहीं दूसरी तरफ उसी राज्य के मुख्यमंत्री ढाई सौ करोड़ का जेट प्लेन और 100 करोड़ का हेलीकॉप्टर खरीद रहे हैं। नीतीश कुमार जो देश की यात्रा करने जा रहे हैं उसी यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर और जेट खरीदा जा रहा है। नीतीश कुमार जहां की यात्रा करनी है करें, यात्रा करने से कौन किसी को रोक सकता है।


उन्होंने कहा कि यात्रा करने के लिए हर कोई स्वतंत्र है। एक तरफ नीतीश समाधान यात्रा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ तरफ राहुल गांधी भी यात्रा कर रहे हैं। बांका से कांग्रेस के अध्यक्ष भी यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जो यात्रा कर रहे हैं उसमें कोई सार्वजनिक सभा नहीं है। नीतीश कुमार को डर है कि कोई काला झंडा न दिखा दे और कोई पत्थर न फेंक दे।समाधान यात्रा के दौरान शिक्षक नौकरी न मांगने लगें, इसलिए सीएम सार्वजनिक सभाएं नहीं कर रहे हैं। नीतीश कुमार की यात्रा सिर्फ समीक्षा यात्रा है जिसमें वे अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने डर के कारण इस बार की यात्रा में कोई सार्वजनिक सभा नहीं रखी है।


सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार पूरा देश और विदेश का घूम लें उन्हें कोई घास डालने वाला नहीं हैं। पूरे देश में उन्हें कोई पूछने वाला नहीं हैं। नीतीश कुमार किस विपक्षी दल को एकजुट करने का दावा कर रहे हैं। न ममता बनर्जी इनके साथ आएंगी और ना केसीआर नीतीश को अपना नेता स्वीकार करेंगे। सीपीएम और कांग्रेस का यूनाइटेड फ्रंड एक साथ नहीं बैठ पाएगा। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वे किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। केसीआर अलग सुर अलाप रहे हैं और अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया है। विपक्षी दलों के बीच इतना बिखराव है कि वे कभी एक हो ही नहीं सकते हैं। नीतीश कुमार साढ़े तीन सौ करोड़ के जेट और हेलीकॉप्टर से घूम लें, वे विपक्षी दलों को कभी एक नहीं कर पाएंगे। विपक्षी दल एक मरा हुआ घोड़ा है, जिसमें अब जान नहीं फूंकी जा सकती है। नीतीश कुमार चाहे जितना भी घूम लें उनकी कोशिश टायं टायं फिस हो जाएगी।