DELHI : शारदीय नवरात्र के दिन जैसे-जैसे निकल रहे हैं वैसे-वैसे छठ की आहट लोग महसूस कर रहे हैं। लोक आस्था के महापर्व छठ का इंतजार बिहार के लोग बड़ी बेसब्री से करते हैं लेकिन छठ को लेकर फिलहाल दिल्ली में महाभारत दिख रही है। दिल्ली में छठ पूजा के आयोजन को लेकर नया सियासी संग्राम छिड़ गया है। दरअसल दिल्ली सरकार ने कोरोना गाइडलाइन का हवाला देते हुए छठ पूजा के सार्वजनिक आयोजन पर रोक लगा रखी है लेकिन अब दिल्ली सरकार के इस फैसले पर बीजेपी ने हमला शुरू कर दिया है।
दिल्ली सांसद और अभिनेता मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल की सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। मनोज तिवारी ने कहा है कि दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल वासियों को छठ पूजा की इजाजत नहीं देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। बीजेपी सांसद ने कहा है कि जब लोग को भी के खतरे के बीच स्विमिंग पूल का आनंद ले सकते हैं तो श्रद्धालुओं के चंद घंटे पानी में खड़े रहने से कोरोना संक्रमण कैसे फैल सकता है। मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं उन्होंने कहा कि स्विमिंग पूल खोलने की इजाजत दे दी गई है लेकिन छठ पूजा पर रोक लगा दी गई है, पूर्वांचल का समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
इतना ही नहीं मनोज तिवारी ने यह भी कहा है कि केजरीवाल सरकार का फैसला बेहद हैरत भरा है। बीजेपी सांसद ने कहा है कि दिल्ली में रहने वाले बिहार और यूपी के लोगों से बातचीत के लिए उनकी पार्टी शनिवार से रथ यात्रा निकालेगी। सार्वजनिक स्थल पर छठ पूजा कराई जाए या नहीं इसको लेकर उनकी राय जानी जाएगी। बीजेपी को ऐसा लगता है कि छठ के बहाने वह पूर्वांचल वोट बैंक को एकजुट कर सकती है। मनोज तिवारी इसी मुहिम में जुटे हुए हैं। उधर केजरीवाल सरकार ने छठ पूजा के सार्वजनिक आयोजन पर रोक लगा रखी है। ऐसे में छठ का आयोजन दिल्ली में सार्वजनिक तौर पर हो पाएगा या नहीं फिलहाल इसे लेकर सियासी रस्साकशी ज्यादा दिख रही है।