BIHAR POLICE : सर्विस रिवॉल्वर से गोली चलाना DSP को पड़ा महंगा, अब जाना होगा जेल; DGP को मिला आदेश Bihar Bhumi: अब नहीं लगाना होगा ब्लॉक या रेवन्यू ऑफिस का चक्कर, घर बैठे 72 घंटे में उपलब्ध होगा गांव व वार्ड का राजस्व नक्शा; जानिए तरीका Bihar Police Encounter: बिहार के इस जिले में सुबह-सुबह कुख्यात अपराधियों का पुलिस ने किया एनकाउंटर,पैर में लगी गोली Bihar weather : बिहार के इन 15 जिलों में वज्रपात और मेघगर्जन की चेतावनी, IMD ने जारी किया अलर्ट; जानिए आपके जिले का हाल शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 07 Dec 2024 10:29:33 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में एक तरफ सरकार भूमि सर्वे कराए जाने की बात कह रही है। इसको लेकर लगातार बैठक भी किए जा रहे हैं। इसके साथ ही कई दफे इसमें बदलाव और तमाम तरह की बातें कही जा रही है। इस बीच अब खबर यह है कि सूबे के अंदर DCLR एक साल के दौरान दाखिल खारिज के 50 % मामले का भी निपटारा नहीं कर पा रहे हैं।
दरअसल, पिछले पिछले 1 साल में जिले में 12 हजार से अधिक भूमि के दाखिल खारिज के मामले की DCLR कोर्ट में अपील की गई थी। ये मामले अलग-अलग अंचलों में अंचलाधिकारियों के यहां से आदेश पारित किया गया है। अंचल अधिकारियों के आदेश का लोगों ने डीसीएलआर कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन कुल मामलों का 50% भी DCLR कोर्ट में निपटारा नहीं किया गया।
लिहाजा अभी भी जिले में 6000 से अधिक मामले डीसीएलआर कोर्ट में निलंबित पड़े हैं। इसमें सबसे अधिक मामले मसौढ़ी में निलंबित हैं। यहां लगभग 2081 मामले निलंबित हैं। इधर, इस पूरे मामले की सच्चाई उस समय सामने आई जब पटना डीएम के निर्देश पर डीडीसी की अध्यक्षता में गठित समिति ने जांच - पड़ताल किया। इसमें सबसे अधिक पालीगंज डीसीएलआर कोर्ट में मामला लंबित है।
पिछले 1 साल में जिले के अलग-अलग अंचलों से निरस्त 12280 दाखिल खारिज के मामले डीसीएलआर कोर्ट में अपील की गई। इसमें 6041 मामले को ही DCLR कोर्ट से निपटाए गए। इसमें से 5366 ऐसे मामले थे जो 30 दिन के अंदर अपील किए गए थे। घर तालाब हो कि अभी भी 6239 में अमृत निलंबित पड़े हुए हैं जो मैं निलंबित हैं उसमें अप्रैल और मैं 2023 में अपील किया गया थे एक साल में अपील किए गए मामलों का निपटारा डर 49.19% है। डीसीएलआर कोर्ट में प्रति माह औसतन तीन सौ नए मामले दाखिल किए जा रहे हैं।