PATNA : एक ऐसी घटना सामने आई है, जो काफी हैरान करने वाली है. दरअसल थाने के अंदर दारोगा और उसकी प्रेमिका की शादी रचाने का मामला सामने आया है. दोनों कई सालों से एक दूसरे से प्यार करते थे और शादी रचाना चाहते थे. लेकिन दारोगा के घरवाले इस रिश्ते के खिलाफ थे. आखरिकार थाने में ही दोनों की शादी हो गई. आइये जानते हैं कि आखिर कैसे और किन परिस्थितियों में हुई इनकी शादी...
मामला बिहार के बांका जिले का है. जहां अमरपुर थाना में पोस्टेड दारोगा छोटू कुमार किसी लड़की के साथ कई सालों से रिलेशनशिप में था. दोनों एक दूसरे का साथ सात जन्म के लिए निभाना चाहते थें. लड़की ने इसके बारे में दारोगा के घरवालों से भी बातचीत की लेकिन एसआई के परिजनों ने कहा कि ये शादी नहीं हो सकती है और दारोगा की शादी के लिए कहीं दूसरी जगह लड़की ढूंढने लगे.
दारोगा छोटू कुमार के घरवालों ने जब शादी से इंकार कर दिया तो उसकी प्रेमिका बांका जिले के एसपी के पास इसकी शिकायत लेकर पहुंच गई कि जिस दारोगा से वह प्यार करती है, उसके घरवाले इस रिश्ते के खिलाफ हैं. मामले की जानकारी मिलते ही एसपी ने पूछताछ कर दोनों से शादी के बारे में पूछा और फिर मरपुर थाना परिसर स्थित बजरंगबली की मंदिर में ही वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ दोनों की शादी करा दी. बताया जा रहा है कि दारोगा छोटू कुमार शेखपुरा के रहने वाले हैं और उनकी प्रेमिका भी शेखपुरा की ही रहने वाली है.
दारोगा और उनकी प्रेमिका की शादी के गवाह पुलिस इंस्पेक्टर वकील प्रसाद यादव, थानाध्यक्ष अरविंद कुमार राय, दारोगा विजय शंकर सिंह, राजेश सिंह सहित थाना में पदस्थापित अन्य दारोगा और चौकीदार भी बने. इस शादी के बाद थाना परिसर में उत्सवी माहौल बना रहा. थाने में ही दारोगा की शादी होने के बाद दोस्तों और साथी पुलिसकर्मियों के बीच मिठाई भी बांटी गई.