दारोगा ने मांगा 1 लाख रुपये घूस, शराब माफिया से बोले...20-30 हजार तो हवा में आ जाता है, साहब को एक पेटी चाहिए

दारोगा ने मांगा 1 लाख रुपये घूस, शराब माफिया से बोले...20-30 हजार तो हवा में आ जाता है, साहब को एक पेटी चाहिए

BEGUSARAI :  बिहार पुलिस से जुड़े घूसखोरी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है. दरअसल, एक दारोगा ने शराब माफिया से 1 लाख रुपये घूस मांगा है. जिसका ऑडियो तेजी से जिले में वायरल हो रहा है. ऑडियो सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. फर्स्ट बिहार झारखंड न्यूज़ से सीनियर अफसरों ने आरोपी दारोगा के ऊपर कार्रवाई करने की बात कही है.


मामला बेगूसराय जिले के बछवाड़ा थाना इलाके की है. जहां बछवाड़ा थाना में पोस्टेड दारोगा अरुण सिन्हा का एक ऑडियो तेजी से जिले में वायरल हो रहा है. वायरल ऑडियो में आरोपी दारोगा यह कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि "ये सतीश, कुछ जुगाड़ बैठाएं ? तुम्हारे बचने का कुछ जुगाड़ बैठाते हैं. तुमको एक लाख रुपये खर्चा करना होगा, तुम्हारा नाम हटवा देंगे."


वायरल ऑडियो में जब सतीश नाम का शख्स ये कहता है हुआ सुनाई दे रहा है कि 'सर आप क्या कह रहे हैं ? हमको कुछ समझ में नहीं आ रहा है.' इसपर आरोपी दारोगा अरुण सिन्हा यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि "बुड़बक कहीं के, एक-दो लाख रुपया खर्चा करो न. तुम्हीं बताओ की कितना में हम दिमाग लगाएं. जितना संभव है, उतना में ही हम दिमाग लगाएंगे. 20 हजार-30 हजार तो हवा में उड़ के आ जाता है. साहब तुमपे गुस्साए रहते हैं. उनको मनाना मामूली समझते हो. जो करना है, तुरंत अभी करो. एक-दो घंटा के बाद काम बिगड़ जायेगा."


यहां सुनिए पूरा वायरल ऑडियो - 




फर्स्ट बिहार झारखंड की टीम ने जब इस वायरल ऑडियो को लेकर पड़ताल शुरू की तो सबसे पहले आरोपी दारोगा से इस मामले में बातचीत हुई. रिश्वतखोरी के आरोपी दारोगा अरुण सिन्हा ने फर्स्ट बिहार को बताया कि "जिस व्यक्ति ने घूसखोरी का आरोप लगाया है, वह (सतीश) शराब माफिया है. शराब सप्लाई करता है. एक बार बछवाड़ा थाना के तारा इलाके से शराब पकड़ाया था तो उसने भय में फोन किया. लकिन एफआईआर में उसका नाम नहीं है. मैंने भूल से उससे एक लाख रुपये की डिमांड कर दी. बछवाड़ा थाने में 176/20 मामला दर्ज किया गया है. इसमें एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी भी हुई थी."


आरोपी दारोगा अरुण सिन्हा से बातचीत के बाद जब फर्स्ट बिहार की टीम ने बछवाड़ा थानाध्यक्ष यशोदानंद पांडेय से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि "इस मामले में मेरी कोई भूमिका नहीं है. मैंने अभी पूरा ऑडियो नहीं सुना है. जिस व्यक्ति (सतीश) से पैसे की मांग की जा रही है, वह आदमी तो आरोपी भी नहीं है. जो दारोगा पैसा मांग रहा है, वह इस केस का आइओ है. वह क्यों पैसा मांग रहा है, मुझे नहीं मालूम है. जांच चल रही है. दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी."