DESK: 17 जून को दरभंगा स्टेशन पर हुए बम विस्फोट मामले की उच्चस्तरीय जांच शुरू की गयी है। शनिवार को सीआईडी की टीम दरभंगा पहुंची। आईजी अजिताभ कुमार ने बताया कि एटीएस की टीम मामले की जांच कर रही है। एटीएस की टीम विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है। एटीएस की टीम आज दरभंगा पहुंच मामले की जांच करेगी। रेल एसपी अशोक सिंह के निर्देश पर दरभंगा जीआरपी प्रभारी हारून रसीद को जांच के लिए सिकंदराबाद भेजा गया है। वही दरभंगा ब्लास्ट मामले में हैदराबाद के बंजारा हिल्स से कनेक्शन जुड़े होने की बात सामने आ रही है। जिस कपड़े के बंडल में ब्लास्ट हुआ था वे कपड़े बंजारा हिल्स के सैप कलेक्शन से खरीदे गये थे।
इधर सिकंदराबाद जीआरपी एसपी बी. अनुराधा ने बताया कि दरभंगा जीआरपी और एटीएस की टीम ने अब तक उनसे संपर्क नहीं किया है। जबकि जीआरपी और एटीएस की टीम सिकंदराबाद पहुंच चुकी है। सिकंदराबाद जीआरपी एसपी बी.अनुराधा ने बताया कि अब तक ऑफिसियली किसी ने भी संपर्क नहीं किया है। हालांकि जीआरपी का फोन जरूर आया था। उन्होंने बताया कि दरभंगा स्टेशन ब्लास्ट मामले की जांच उन्हीं को करना है। सीसीटीवी से ही बुकिंग पार्सल की बुकिंग करने वाले शख्स की पहचान की जाएगी। घटना के 48 घंटे होने वाले है लेकिन अब तक जीआरपी सिकंदराबाद से संपर्क नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि दरभंगा जंक्शन पर 17 जून को रेल पार्सल में धमाका हुआ था। धमाके कारण कपड़ों के बंडल जल गये। ऐसी आशंका जतायी गयी कि कपड़े के बंडल के बीच रखे एक बोतल में धमाका हुआ था। पार्सल सिकंदराबाद से दरभंगा भेजी गयी थी। पार्सल भेजने वाले का पता और नंबर गलत पाया गया। पार्सल में पाने वाले का ही सिर्फ नाम लिखा था।सिकंदराबाद से किसने पार्सल भेजा उसका पता लगाया जा रहा है।
शुक्रवार को फोरेंसिक टीम दरभंगा स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर पहुंची और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मिथिला प्रक्षेत्र के आईजी अजिताभ कुमार भी ब्लास्ट की जांच करने पहुंचे। कहा कि धमाका भले ही लो डेंसिटी की थी। लेकिन हर स्तर से इसकी जांच की जा रही है। इस मामले में पार्सल बुक कराने वाले की भी तलाश की जा रही है।
आईजी अजिताभ कुमार ने कहा कि दरभंगा पहले भी आतंकियों का गढ़ रह चुका है। भले ही यह छोटा विस्फोट हो लेकिन इसे गंभीरता से लिया जा रहा है। ब्लास्ट के कारण पार्सल के अंदर रखे कपड़े जले हैं और उसके अंदर से एक छोटा बोतल बरामद हुआ। फोरेंसिक जांच के बाद पता चलेगा कि आखिर उस बोतल के अंदर किस प्रकार का केमिकल था। आईजी अजिताभ कुमार ने कहा कि इससे पहले भी यहां दो बार घटनाएं हो चुकी है इसीलिए मामले को गंभीरता से लिया गया है।