दरभंगा पार्सल ब्लास्ट: उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार दोनों संदिग्ध 7 दिन की रिमांड पर, NIA करेगी पूछताछ

दरभंगा पार्सल ब्लास्ट: उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार दोनों संदिग्ध 7 दिन की रिमांड पर, NIA करेगी पूछताछ

PATNA : दरभंगा ब्लास्ट मामले में आरोपी सलीम और कफील को NIA कोर्ट ने 10 जुलाई तक रिमांड पर भेजा। IGIMS में हेल्थ चेकअप के बाद दोनों की पेशी आज NIA कोर्ट में हुई। NIA कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को 10 जुलाई तक रिमांड पर भेज दिया गया। एनआईए के अधिकारी अब दोनों से पूछताछ करेगी। दोनों से अलग-अलग पूछताछ की जाएगी।


गौरतलब है कि दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में हैदराबाद से गिरफ्तार संदिग्ध दोनों भाई मो. इमरान और नासीर को एनआईए के विशेष न्यायाधीश गुरुविंदर सिंह की अदालत में शुक्रवार को पेश किया गया। जहां से उन्हें सात दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेजने का आदेश दिया गया। साथ ही एनआईए को पूछताछ के लिए एनआईए ने दोनों को 7 दिनों के रिमांड पर लिया। इमरान और नासीर से आज शनिवार को भी बेऊर जेल में पूछताछ की गयी। अब इस मामले में एनआईए चारों (इमरान, नासीर, सलीम और कफील) से अलग-अलग कमरे में पूछताछ करेंगी। 


दरभंगा ब्लास्ट मामले में हैदराबाद से मलिक ब्रदर्स की गिरफ्तारी के बाद NIA उत्तर प्रदेश के शामली के कैराना से दो अन्य आरोपी सलीम और कफील को गिरफ्तार कर आज शनिवार को पटना लायी थी। जहां दोनों को कड़ी सुरक्षा के बीच पहले कोरोना टेस्ट के लिए गार्डिनर हॉस्पिटल ले जाया गया। जिसके बाद आईजीआईएमएस में चेकअप के बाद एनआईए कोर्ट में पेश किया गया। एएनआई कोर्ट में सलीम और कफील की पेशी के बाद दोनों को 10 जुलाई तक रिमांड पर भेजा गया है।  


गौरतलब है कि शुक्रवार को NIA की टीम मलिक ब्रदर्स को हैदराबाद से पटना लेकर आई थी। इमरान मलिक और नासिर मलिक का कनेक्शन लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन के साथ से जुड़े होने की बाद सामने आते ही दोनों की गिरफ्तारी के बाद इन दोनों भाइयों को लेकर आज एनआईए की टीम सीधे हैदराबाद से पटना पहुंची थी। इनकी ही निशानदेही पर शामली के सलीम और कफील का ब्लास्ट में शामिल होने का पता NIA को चला था। जिसके बाद शामली से आज दोनों को भी गिरफ्तार कर पटना लाया गया। 


एनआईए की टीम ने कैराना के रहने वाले सलीम से भी पूछताछ की थी। पूछताछ में सलीम ने कई अहम खुलासे किए थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सलीम ने बताया था कि कैसे पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन भारत की तबाही का प्लान तैयार कर रहे हैं। सलीम ने एनआईए के सामने जो खुलासे किए उसके बाद उसकी और कफील नाम के एक शख्स की गिरफ्तारी कर ली गई है। आतंकी संगठन भारत में तबाही मचाने के लिए इकबाल काना को संपर्क किया था. इकबाल काना यूपी के शामली का रहने वाला है. 


दरभंगा ब्लास्ट मामले के तार पाकिस्तान से उस वक्त जुड़ गए जब हैदराबाद से इमरान और नासिर मलिक की गिरफ्तारी हुई. इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद कई अहम खुलासे हुए. साजिश के तार पाकिस्तान से कैसे जुड़े इसकी जानकारी लगी. पाकिस्तान से हवाला के जरिए शामली में रहने वाले सलीम को पैसे दिए गए और धमाके के बाद उसे करोड़ों रुपए मिलने वाले थे. पाकिस्तान से आईएसआई के हैंडलर ने मोबाइल के जरिए लगातार इमरान को लिक्विड बम बनाने का वीडियो भेजा और उसी वीडियो को देखकर लिक्विड बम बनाया गया था. एनआईए इस पूरी जांच को केवल दरभंगा तक सीमित नहीं रखना चाहता. उसका मकसद है कि इस आतंकी नेटवर्क में शामिल सभी लोगों को सलाखों के पीछे भेजा जाए.