DARBHANGA : लॉकडाउन के बीच गुरुग्राम से दरभंगा तक का सफर साइकिल से तय करने वाली बहादुर बिटिया के लिए एक और अच्छी खबर शनिवार को आयी। दरभंगा की बेटी ज्योति का एडमिशन सरकार ने स्कूल में कर लिया है। सरकार की तरफ से ज्योति को ना केवल किताबें दी गई बल्कि नई साइकिल भी दी गई है। नीतीश सरकार की तरफ से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की एक टीम ज्योति के गांव पहुंची और स्कूल में दाखिले के साथ-साथ उसे किताबें और साइकिल भी दी।
शिक्षा विभाग के आदेश पर दरभंगा के जिला शिक्षा पदाधिकारी के नेतृत्व में पहुंची। टीम ने ज्योति से बातचीत की इस दौरान बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना पदाधिकारी संजय सिंह पटना से सिरहुल्ली गांव गई टीम उनके साथ और ऑनलाइन जुड़े रहे। ज्योति ने 2017 में माध्यमिक विद्यालय सिरहुल्ली से आठवीं तक की पढ़ाई पूरी की थी लेकिन गरीबी के कारण व आगे पढ़ाई जारी नहीं रख सकी। पिता जब कामकाज की तलाश में गुरुग्राम गए तब वह भी उनके साथ चली गई। अब एक बार फिर से उसका एडमिशन नौवीं क्लास में कराया गया है। 1200 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय कर दरभंगा पहुंची ज्योति उस वक्त सुर्खियों में आ गई थी जब तमाम मीडिया रिपोर्ट में उसकी कहानी दिखाई गई। अपने बीमार पिता को साइकिल पर बैठकर ज्योति गुरुग्राम से दरभंगा आई और उनके हौसले की कहानी दुनिया भर में चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं।
ज्योति कुमारी के आगे की पढ़ाई का रास्ता साफ़ हो गया है। उसके अनुरोध पर + 2 उच्च विद्यालय, पिंडारूच, सिंहवाड़ा में उसका वर्ग नवम् में नामांकन हो गया है। वही शिक्षा विभाग के निर्देश के अलोक में सर्व शिक्षा अभियान के तहत जिला शिक्षा पदाधिकारी महेश प्रसाद सिंह के द्वारा ज्योति कुमारी को एक नई साईकिल सहित नवम् वर्ग की एक सेट किताब, कॉपी, 02 जोड़ी स्कूल ड्रेस, जूता-मौजा प्रदान किया गया।