ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में 36 हजार KM+ ग्रामीण सड़कों का हुआ कायाकल्प, इस मामले में अव्वल रहा यह जिला prashant kishor : ये इलू इलू क्या है..? BJP सांसद ने प्रशांत किशोर की खोली पोल -ई तो घोटाले में लालू यादव से भी बड़ा.... Bihar News: बिहार में यहाँ बना था पहला स्टेशन, आज इस जंक्शन से रोजाना लाख से ऊपर यात्री करते हैं सफर Success Story: आंखों से नहीं देख सकतीं, पर सपनों को पूरा किया... IAS आयुषी डबास की संघर्ष से सफलता तक की कहानी Bihar Weather: बिहार के कई जिलों में आज भी भीषण बारिश, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Amit Shah visit in Bihar: बिहार चुनाव से पहले अमित शाह का मास्टर प्लान, आज क्षेत्रीय नेताओं के साथ तैयार करेंगे जीत का रोडमैप विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में कांग्रेस का बड़ा शक्ति प्रदर्शन: सोनिया, राहुल, खरगे समेत देश भर के कांग्रेसी दिग्गज पटना पहुंचेंगे Bihar Crime News: बिहार में ₹5 के लिए 70 वर्षीय की हत्या, स्थानीय लोगों ने जमकर मचाया बवाल Bihar News: हत्या की सुपारी देकर भाई ने रचा खून का खेल, चार शूटर गिरफ्तार मुख्य सचिव ने दिए निर्देश: योग्य लाभार्थियों को मिले राशन कार्ड, PDS दुकानों की रिक्तियां शीघ्र भरें, Zero Office Day अभियान में सख्ती

6 दिनों से ‘जल कैदी’ बने हैं करीब डेढ़ लाख लोग, कई मोहल्लों में कमर तक भरा है पानी

1st Bihar Published by: Updated Fri, 04 Oct 2019 08:56:10 AM IST

6 दिनों से ‘जल कैदी’ बने हैं करीब डेढ़ लाख लोग, कई मोहल्लों में कमर तक भरा है पानी

- फ़ोटो

PATNA: पटना में ‘जल प्रलय’ झेल रहे लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. दानापुर में 6 दिनों से करीब डेढ़ लाख लोग ‘जल कैदी’ बने हुए हैं. भीषण जल जमाव के कारण दानापुर के दो दर्जन मोहल्लों में करीब डेढ़ लाख लोग घरों में कैद हैं.


इस इलाके के रास्तों और गलियों में अभी भी छुटनों से लेकर कमर तक पानी लगा हुआ है. घरों में पानी घुसने के कारण इलाके के लोग बेहाल हैं. पानी धीरे-धीरे कम तो हो रहा है लेकिन लोगों की मुश्किलें ज्यों की त्यों बनी हुई हैं. लोगों को ना खाने के लिए अन्न नसीब हो रहा है और ना पीने के लिए पानी.


वहीं पानी अब बेहद गंदा हो गया है, पानी में कई जानवर मरे पड़े हैं. लिहाजा बदबू से लोग बेहाल हैं. इसके साथ ही महामारी की आशंका से लोगों में डर का माहौल है. वहीं इन इलाकों में सरकार की ओर से किसी तरह की मदद नहीं पहुंची है. पानी में फंसे लोगों को प्रशासन की ओर से किसी तरह की सहायता नहीं की जा रही है.