PATNA: खबर राजधानी पटना की है, जहां दानापुर पीपा पुल के नजदीक दियारा वासियों ने बीते दिन यानि मंगलवार को पीपा पुल यातायात पूरी तरह ठप कर दिया। स्थानीय लोगो ने गंगा नदी के पास आगजनी कर प्रदर्शन करने लगे। लोगों का आरोप यह है कि कट्टा और रोक पाने में सरकार पूरी तरह नाकाम रही इसी वजह से दियारा के कई गांव गंगा में समा गया। लोग सरकार से कटाव निरोधक कार्य शुरू करने की मांग कर रहे हैं।
कटाव निरोधक कार्य 5 सालों से पड़ा था बंद
इस संबंध में दियारा के राम भजन सिंह यादव ने बताया कि गंगा नदी में दियारा के नजदीक साल 1980 से कटाव शुरू है। गंगा नदी के कटाव के कारण अब तक दो दर्जन गांव गंगा नदी में गायब हो गया। इतना ही नहीं बल्कि 1 लाख एकड़ कृषि योग्य भूमि गंगा के कटाव में बर्बाद हो गया। और 25000 परिवारों का घर कटाव के कारण गंगा में समा गया। दीयारा वासियों ने बताया कि कटाव निरोधक कार्य साल 1995 में शुरू हुआ था, जो पिछले 5 सालों से बंद पड़ा था।
कटाव की वजह से प्रभावित हो रहे लोग
वहीं, अब लोगों का आरोप है कि कटाव के कारण दियारा के काशीचक, बक्शी टोला ,गोसाईंटोला ,काशीचक पूर्वी, बलखरी टोला ,नकटा दियारा ,चकिया टोला, दलित टोला, देवचंद भगत टोला, गंगाहारा कचहरी ,पानापुर, बिचला टोला समेत कई ऐसे गांव हैं जो कटाव की वजह से प्रभावित हो रहे हैं। लोगों की मांग है कि लगातार कटाव से दियारा के रहने वालों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। सरकार से कई बार मांग करने के बाद भी इसकी सुनवाई नहीं की गई है। जिससे गुस्साए लोगो ने मंगलवार को पीपा पुल दियारा मार्ग को अवरुद्ध कर जमकर कर दिया और जामकर प्रदर्शन कर रहे हैं।