दही–चूड़ा भोज कैंसिल लेकिन सियासी खिचड़ी पका रहे उपेंद्र कुशवाहा, बिहार भर से आए करीबी नेताओं के साथ मंथन

दही–चूड़ा भोज कैंसिल लेकिन सियासी खिचड़ी पका रहे उपेंद्र कुशवाहा, बिहार भर से आए करीबी नेताओं के साथ मंथन

PATNA : सर्दी के इस मौसम में भी बिहार की सियासत गरमाई हुई है। कभी राज्य कैबिनेट में नए डिप्टी सीएम के शपथ तो कभी रामचरितमानस विवाद को लेकर बिहार में लगातार बयानबाजी देखने को मिल रही है। दो दिन पहले केंद्रीय मंत्री रह चुके शरद यादव के निधन के बाद भले ही सियासी मकर संक्रांति का भोज रद्द कर दिया गया हो लेकिन जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा आज भी सियासी खिचड़ी पका रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा के पटना स्थित सरकारी आवास पर आज दही चूड़ा भोज का आयोजन किया गया था। शरद यादव के निधन के बाद इस भोज को रद्द कर दिया गया लेकिन कुशवाहा ने बिहार के कोने-कोने से आने वाले अपने समर्थकों और करीबी नेताओं को मना नहीं किया, उन नेताओं का आज पटना में जुटान हुआ है।


उपेंद्र कुशवाहा अपने करीबी नेताओं और समर्थकों के साथ आज पटना में बैठक कर रहे हैं। कुशवाहा के करीबी सूत्रों की माने तो खासतौर पर नेताओं को शाम तक रुकने के लिए कहा गया है। बिहार के दूसरे जिलों से आए नेता और कुशवाहा के समर्थक इस बैठक का इंतजार कर रहे हैं। उपेन्द्र कुशवाहा अपने करीबी नेताओं के साथ किन सवालों पर चर्चा करते हैं फिलहाल इसकी जानकारी तो नहीं है लेकिन कुशवाहा के आवास पर सियासी खिचड़ी जरूर पक रही है।


उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों खुद को डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा पर बयान देते हुए कहा था कि वह मठ में नहीं बैठे हैं और ना ही सन्यासी हैं। उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान के बाद नीतीश कुमार ने मौजूदा सरकार में दूसरे डिप्टी सीएम की एंट्री की बात को फालतू करार दिया था, इसके बाद कुशवाहा के समर्थक खासे नाराज हैं। वहीं शरद यादव के निधन के बाद भी उपेंद्र कुशवाहा ने इशारों ही इशारों में नीतीश कुमार और लालू यादव के ऊपर निशाना साधा था। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि जिन नेताओं को शरद यादव ने आगे बढ़ाया उन्हीं नेताओं ने अंतिम दौर में शरद जी को छोड़ दिया। शरद जी जैसा अंत किसी का ना हो। उपेंद्र कुशवाहा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस वाले बयान को लेकर भी खासे नाराज हैं और अब अगर अपने समर्थकों और करीबी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं तो जाहिर तौर पर अंदर कुछ न कुछ जरूर बड़ा होने की तैयारी है।