DESK : वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी डब्ल्यूएचओ अगले महीने भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन को अपनी मंजूरी दे सकता है। भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की लिस्ट यानी ईयूएल में शामिल करने को लेकर अगस्त के पहले हफ्ते में फैसला हो सकता है। भारत में कोवैक्सीन को इमेरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली हुई है लेकिन डब्ल्यूएचओ ने अभी तक इसके इमरजेंसी इस्तेमाल को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है।
कोवैक्सीन को लेकर डब्ल्यूएचओ की साइंटिस्ट्स का कहना है कि कोवैक्सीन के निर्माता भारत बायोटेक उसके पूरे डाटा को हमारे पोर्टल पर अपलोड कर रहे हैं और डब्ल्यूएचओ इस वैक्सीन की समीक्षा कर रहा है। डब्ल्यूएचओ के गाइडलाइन के मुताबिक ईयूएल एक प्रक्रिया है जिसके तहत नये या गैर-लाइसेंस प्राप्त उत्पादों का इस्तेमाल सार्वजनिक स्वास्थ्य की आपात स्थितियों में किया जा सकता है।
साइंटिस्ट्स का कहना है कि ईयूएल की एक प्रक्रिया होती है जिसमें किसी कंपनी को तीसरे चरण के टेस्टिंग पूरे करने होते हैं और सारे आंकड़े डब्ल्यूएचओ के नियामक विभाग को जमा करने होते हैं। इसके बाद इसका अध्ययन एक टीम करती है जिसके बाद अंतिम फैसला होता है। आपको बता दें कि फिलहाल कोवैक्सीन को लेकर डब्ल्यूएचओ की मान्यता नहीं मिलने के कारण कई देशों में इसे लेने वाले लोगों के आने-जाने पर पाबंदी है डब्ल्यूएचओ अगर फैसला ले लेता है तो कई तरह के पैसे खत्म हो जाएंगे।