कोरोना वायरस को लेकर PM मोदी का देश के नाम संबोधन, महामारी से निश्चिंतता सही नहीं

कोरोना वायरस को लेकर PM मोदी का देश के नाम संबोधन, महामारी से निश्चिंतता सही नहीं

DELHI : कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्र के नाम संबोधन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर दुनिया भर में मौजूदा खतरे को द्वितीय विश्व युद्ध से भी ज्यादा खतरनाक बताया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर आज जिस तरह की स्थिति है उसके पीछे चिंता का भाव खतरनाक हो सकता है.

पीएम मोदी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि 22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें. रविवार को ठीक 5 बजे, हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बाल्कनी में, खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें. पीएम मोदी ने कहा कि पूरे देश के स्थानीय प्रशासन से भी मेरा आग्रह है कि 22 मार्च को 5 बजे, सायरन की आवाज से इसकी सूचना लोगों तक पहुंचाएं. सेवा परमो धर्म के हमारे संस्कारों को मानने वाले ऐसे देशवासियों के लिए हमें पूरी श्रद्धा के साथ अपने भाव व्यक्त करने होंगे. 


पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि पूरा विश्व इस समय संकट के गंभीर दौर से गुजर रहा है. इस बार संकट ऐसा है कि जिसने पूरे विश्व में मानव जाति को संकट में डाला है. प्रथम और द्धितीय विश्न युद्ध में लोग नहीं प्रभावित हुए थे, जितने कोरोना से आज प्रभावित हैं. पिछले दो महीने से भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने मुकाबला किया है. पीएम मोदी ने कहा कि आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे. साथियों, इस तरह की वैश्विक महामारी में, एक ही मंत्र काम करता है- “हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ”. 

पीएम मोदी ने कहा कि आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि हम इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते, अपने कर्तव्य का पालन करेंगे, केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे.  पीएम मोदी ने कहा कि आज जब बड़े-बड़े और विकसित देशों में हम कोरोना महामारी का व्यापक प्रभाव देख रहे हैं, तो भारत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, ये मानना गलत है. वैश्विक महामारी से मुकाबला के लिए दो चीज आवश्यक है. पहला संकल्प और दूसरा संयम. लोगों को अपना संकल्प और दृढ़ करना पड़ेगा और लोगों को कर्तव्य का पालन करना पड़ेगा.




पीएम मोदी ने कहा कि पूरा विश्व इस समय संकट के गंभीर दौर से गुजर रहा है. आम तौर पर जब कोई प्राकृतिक संकट आता है तो वो कुछ देश या राज्यों तक सीमित रहता है. लेकिन इस संकट ने पूरी मानव जाति को संकट में डाल दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले- कोरोना वायरस ने पूरी मानवजाति को संकट में डाल दिया है. पूरा विश्व इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है. ये संकट इस बार ऐसा है जिसने विश्व भर में मानव जाति को संकट में डाल दिया है. 


उन्होंने देशवासियों से कहा कि ऐसा लग रहा है कि हम संकट से बचे हुए हैं. वैश्विक महामारी से निश्चिंत हो जाने की सोच सही नहीं है. प्रत्येक भारतवासी का सजग सतर्क रहना जरूरी है. मैं सभी देशवासियों से कुछ मांगने आया हूं. आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए. आने वाला कुछ समय चाहिए. कोई निश्चित उपाय नहीं है.  न ही कोई वैक्सीन बन पायी है. इसलिए सभी को स्वस्थ रहने और दूसरों को भी स्वस्थ रखने की जरूरत है. 


देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से आज चौथी मौत हुई, जबकि इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 173 हो गई है. वहीं, इस महामारी को फैलने से रोकने के लिये कई राज्यों में पाबंदियां लगाई जाने के चलते वे बंद जैसी स्थिति की ओर बढ़ रही है. गुजरात में कोरोना वायरस के दो पॉजिटिव मामले सामने आ गए हैं. राजकोट और सूरत में कोरोना वायरस का 1-1 केस सामने आया है.  


देश में कोरोना वायरस संक्रमित मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा है कि 22 मार्च से एक सप्ताह के लिए किसी भी अंतर्राष्ट्रीय विमान को भारत में उतरने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके साथ ही सभी राज्य सरकारों से कहा गया है कि वे 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को घरों में ही रहने के लिए उचित दिशा-निर्देश जारी करें.