कोरोना से बचाव की कोशिश, रेलवे ने बुजुर्गों को मिलने वाले कॉन्सेशन पर रोक लगायी

कोरोना से बचाव की कोशिश, रेलवे ने बुजुर्गों को मिलने वाले कॉन्सेशन पर रोक लगायी

DELHI: देश में कोरोना के खतरे को रोकने में जुटी सरकार ने रेलवे में बुर्जुगों समेत दूसरी लोगों को मिलने वाले कॉन्सेशन पर रोक लगा दिया है. ट्रेन में भीड़ को रोकने के लिए रेलवे ने ये फैसला लिया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से ये जानकारी दी गयी है.


रियायती टिकट पर रोक 

भारतीय रेलवे ने गंभीर मरीजों, दिव्यांगों और छात्रों को रेलवे टिकट में मिलने वाली रियायत को छोड़ कर बाकी सारे रियायती टिकट पर अगले आदेश तक रोक लगा दिया है. पीटीआई के मुताबिक कोरोना वायरस से बढ़ते खतरे को देखते हुए रेलवे ट्रेनों में भीड़ को कम करना चाहती है. लिहाजा ये फैसला लिया गया है. 


बुजुर्गों को रियायती टिकट पर रोक

रेलवे के सूत्रों के मुताबिक कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है. दुनिया भर में कोरोना से मौत के जो आंकड़े आये हैं उससे साबित हो चुका है कि कोरोना वायरस के कारण 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की ही मौत हुई है. ऐसे में रेलवे ये चाहता है कि बुजुर्ग ट्रेनों में यात्रा करने से बचें. इसके मद्देनजर उन्हें मिलने वाले कॉन्सेशन पर अगले आदेश तक रोक लगा दिया गया है. 

गौरतलब है कि रेलवे कुल 51 श्रेणियों में रियायती टिकट उपलब्ध कराता है. बुजुर्गों को ट्रेन टिकट में 50 प्रतिशत की रियायत दी जाती है. इसके अलावा शिक्षकों, सैनिकों की विधवाओं, पद्म अवार्डी. कलाकार, खिलाड़ी, पत्रकार समेत कई दूसरे लोगों को भी रियायती टिकट दी जाती है. 

इससे पहले रेलवे ने स्टेशनों पर भीड़ कम करने के लिए प्लेटफार्म टिकट के दाम भी बढ़ा दिये हैं. 10 रूपये का प्लेटफार्म टिकट 50 रूपये में दिया जा रहा है. रेलवे को कोरोना वायरस के खतरे के काऱण काफी नुकसान भी सहना पड़ा है. पिछले सप्ताह रेलवे को 454 करोड़ का नुकसान उठाना प़ड़ा. अब तक कुल 184 ट्रेन कैंसल कर दिये गये हैं.