PATNA : कोरोना संकट के बीच राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा आज अरसे बाद सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव आए. बिहार की जनता के साथ-साथ कुशवाहा ने सरकार के सामने 7 सूत्री सुझाव भी रखे हैं. कुशवाहा ने कहा है कि कोरोना महामारी से मुकाबला केवल एकजुटता के साथ किया जा सकता है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में आवश्यकता इस बात की है कि बिहार के गरीबों को भुखमरी से बचाया जाए.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि लॉकडाउन जरूरी है लेकिन उसकी आड़ में नीतीश कुमार की पुलिस बर्बरता दिखा रही है. पुलिस ने अपनी जान जोखिम में डालकर कर्तव्य का पालन कर रही है लेकिन गरीबों के ऊपर बर्बरता की कई तस्वीरें भी सामने आई है.
उपेंद्र कुशवाहा ने एलान किया है कि उनकी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आगामी 25 अप्रैल को उपवास पर रहेंगे. 25 अप्रैल को पार्टी की प्राथमिक इकाई से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के सभी पदाधिकारी और अन्य साथी उपवास रखेंगे. हालांकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जाएगा
कुशवाहा ने सरकार के सामने जो 7 सूत्री सुझाव और मांग रखी है वह इस तरह से है
1. सभी जरूरतमंदों को फिलहाल बिना राशनकार्ड (आधार कार्ड या मतदान पहचान पत्र के आधार पर) देखे राशन उपलब्ध करवाने के लिए.
2. नावकोठी (बेगूसराय) गोह (औरंगाबाद) राज्य के अन्य कई हिस्सों में पुलिस द्वारा की गई बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ.
3. राज्य के बाहर फंसे बिहारी मजदूरों, विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों की बिहार वापसी के लिए.
4. असमय वर्षा, आंधी,-तूफान, ओलावृष्टि और लॉकडाउन के कारण फसल कटाई में विलम्ब के चलते किसानों की हुई क्षति की भरपाई के लिए.
5. बिहार के सभी किसानों के कृषि उत्पाद धान, गेहूं, दलहन, और तिलहन की सरकारी खरीद समर्थन मूल्य पर नगद खरीदने की व्यवस्था के लिए.
6. बिहार में मजदूरों-कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए.
7- बिहार में आंदोलनरत शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने और अविलंब वेतन भुगतान सुनिश्चित करने के लिए.