कोरोना संकट को लेकर सख्त हुए कमिश्नर, पटना DM और SSP को सौंपा टास्क

कोरोना संकट को लेकर सख्त हुए कमिश्नर, पटना DM और SSP को सौंपा टास्क

PATNA :  बिहार में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना की रोकथाम को लेकर पटना प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल एक्शन में आ गए हैं. लॉकडाउन का प्रभावी कार्यान्वयन और कोविड केयर सेंटर में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने पटना के डीएम कुमार रवि और एसएसपी उपेंद्र शर्मा को टास्क सौंपा है.


कोरोना संकट से बचाव को लेकर पटना प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने जिलाधिकारी ,वरीय पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त सहित कई अन्यअधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था को मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने तथा लॉकडाउन को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया. उन्होंने सड़क पर रोको टोको तथा सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाने तथा मास्क का अनिवार्य प्रयोग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया. इसके तहत ड्राइवर एवं यात्री दोनों को मास्क का प्रयोग करना अनिवार्य है.



प्रमंडलीय आयुक्त ने 10 जुलाई से 16 जुलाई तक लॉकडाउन तथा क्या बंद है और क्या खुला है. अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलने, भीड़ इकट्ठा नहीं करने के बारे में लोगों को जानकारी देने हेतु जागरूकता अभियान चलाने तथा माइकिंग करने का निर्देश जिलाधिकारी को दिया. कंटेनमेंट जोन की समीक्षा करते हुए प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि पॉजिटिव मामले आने पर त्वरित रूप से कंटेनमेंट जोन बनाएं तथा क्षेत्र को दसील कर आवागमन बाधित करें तथा आवश्यक सेवा बहाल रखें. कंटेनमेंट जोन में स्थित एपार्टमेंट के अध्यक्ष या सचिव से भी अपेक्षित सहयोग प्राप्त करने का निर्देश दिया.


नगर आयुक्त पटना नगर निगम को सैनिटाइजेशन अभियान चलाने तथा कर्मियों की क्षेत्रवार प्रतिनियुक्ति कर कार्ययोजना के अनुरूप  सैनिटाइजेशन कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. इसके लिए बस स्टैंड रेलवे स्टेशन तथा अन्य भीड़भाड़ वाले स्थलों को चिन्हित करने का निर्देश दिया. विशेषकर कंटेनमेंट जोन में सैनिटाइजेशन का कार्य ससमय पूरा करने का निर्देश दिया.


प्रमंडलीय आयुक्त ने कांटेक्ट ट्रेसिंग कार्य में तेजी लाने हेतु पर्याप्त संख्या में मोबाइल  टीम गठित करने एवं लोकेशन चिन्हित कर कार्य आवंटित करने का निर्देश दिया. कांटेक्ट ट्रेसिंग कार्य के सुचारू संपादन हेतु 10 हेल्थ एजुकेटर की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि समुचित कार्य प्रणाली के तहत कंटैक्ट ट्रेसिंग करने तथा उसकी जांच करने से कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण तथा उसके चेन को समाप्त किया जा सकता है.



प्रमंडलीय आयुक्त ने  कोरोना संक्रमण की बढ़ती स्थिति को देखते हुए संचालित आइसोलेशन सेंटर की क्षमता बढ़ाने तथा नए भवनों को भी चिन्हित करने का निर्देश दिया. साथ ही आइसोलेशन सेंटर में खानपान ,साफ सफाई , आवश्यक मेडिकल फैसिलिटी की समुचित व्यवस्था ससमय सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया. उन्होंने सेंटर पर कोरोना पेशेंट के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था करने तथा सभी कार्यों के सुचारू संपादन एवं समन्वय स्थापित करने हेतु केन्द्रवार नोडल पदाधिकारी नामित करने का निर्देश दिया.


प्रमंडलीय आयुक्त ने टेस्टिंग कार्य  में गति लाने तथा त्वरित रिपोर्टिंग वर्क करने का निर्देश दिया ताकि रिपोर्ट के आधार पर अन्य आवश्यक कार्रवाई त्वरित गति से सुनिश्चित कराया जा सके. प्राइवेट लैब  में संचालित कोरोना जांच से संबंधित रिपोर्ट भी त्वरित रूप से सिविल सर्जन को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया ताकि उस केस से संबंधित अन्य कार्य तेजी से किया जा सके.


उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को मास्क या सैनिटाइजर का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने तथा 2 गज का सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने को कहा. साथ ही जो व्यक्ति मास्क पहने हुए नहीं पाये जाएंगे उनके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई के तहत ₹50 जुर्माना करने का निर्देश दिया. इसके लिए सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया.