INDvsENG: खत्म हुई कोहली की बादशाहत, एशिया के नए किंग बने शुभमन गिल; रचा इतिहास Bihar News: बिहार के इस जिले में लगेगा रोजगार मेला, बढ़िया सैलरी के साथ मिलेंगी कई अन्य सुविधाएं Bihar News: पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे का भूमि अधिग्रहण 100 दिनों में होगा पूरा, परियोजना को मिली रफ्तार Road Accident: NH31 पर बाइक-ट्रक की भीषण टक्कर, 2 की मौत Bihar Rain Alert: राज्य के सभी जिलों में बारिश की चेतावनी जारी, अगले 5 दिन कुछ ऐसा रहेगा मौसम का हाल सहरसा में गर्भवती महिला की गर्भपात के दौरान मौत, परिजनों ने लगाए लिंग जांच और हत्या का आरोप खगड़िया: जमीन विवाद में चली गोलियां, युवक के पैर में लगी गोली, वीडियो वायरल BIHAR: डाक पार्सल वैन से 4200 बोतल प्रतिबंधित कोरेक्स सिरप बरामद, तस्कर भी गिरफ्तार सभी कमिश्नर और डीएम को मुख्य सचिव ने दिया निर्देश, कहा..मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण की शत-प्रतिशत सफलता सुनिश्चित हो बिहार के 12 जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे: रक्सौल से हल्दिया पोर्ट तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे निर्माण के मार्गरेखा को मिली स्वीकृति
1st Bihar Published by: Updated Mon, 06 Apr 2020 09:13:36 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : कोरोना संकट के कारण राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में होने वाली सहायक प्रोफेसर की बहाली में अब देरी होगी. 5 हजार से अधिक पदों पर होने बाली बहाली प्रक्रिया फिलहाल रुक गई है.
शिक्षा विभाग ने इस माह के अंत तक विश्वविद्यालय सेवा आयोग को बहाली के लिए रिक्त पदों की सूची भेजने का लक्ष्य रखा था. 17 मार्च को इस बारे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात हुई थी. लेकिन अब तक मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय ने सहायक प्रोफेसर की रिक्ति नहीं दी है. 11 विश्वविद्यालय में 4492 रिक्त पद बताए गएं हैं .
सबसे अधिक बिहार विश्वविद्यालय में 1023, एलएन मिथिला विश्वविद्यालय में 785, पूर्णिया विश्वविद्यालय में 203, एमडीयू में 249, पीपीयू में 455, जेपीयू में 311 मुंगेर विश्वविद्यालय में 236 बीएनएमयू में 114 पीयू में 294 सहित और यूनिवर्सिटी में कई खाली पद हैं. पहले की और आवश्यकता के आधार पर सरकार मान रही थी कि 6500 सहायक प्रोफेसर के पद पर बहाली होगी.
सभी विश्वविद्यालय में रेशनलाइजेशन के हिसाब से 8921 पद स्वीकृत बताए गए थे. इसमें बीपीएससी के माध्यम से 2496 प्रोफेसर की नियुक्ति की जा चुकी है. बाकि के पद पर विश्वविद्यालय सेवा आयोग बहाली लेगा. लेकिन अब लॉकडाउन के कारण सारे काम ठप्प पड़े हैं. जिसके बाद शिक्षा विभाग का अप्रैल में विश्वविद्यालय सेवा आयोग को रिक्त पह भेजने का जो लक्ष्य है वह पूरा नहीं हो सकता है.