कोरोना के बीच महागठबंधन में संकट, लॉकडाउन से बाहर आये मांझी-कुशवाहा सहनी के पास पहुंचे

कोरोना के बीच महागठबंधन में संकट, लॉकडाउन से बाहर आये मांझी-कुशवाहा सहनी के पास पहुंचे

PATNA : कोरोना संकट के बीच बिहार में सियासी संकट भी नजर आ रहा है. यह संकट महागठबंधन के पाले में एक बार फिर से सामने आ गया है. आरजेडी और कांग्रेस को छोड़कर महागठबंधन में शामिल तीन दल के नेताओं ने आज अलग से बैठक की है. लॉकडाउन में राहत मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और आरएलसी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा मुकेश साहनी के कार्यालय पहुंचे. वीआईपी अध्यक्ष मुकेश साहनी के साथ इन दोनों नेताओं की बैठक हुई है.

बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा है कि आज की बैठक में चुनाव के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई है। बिहार में आपदा के दौर में प्रवासी मजदूरों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है उसको लेकर हमने चर्चा की है। विपक्ष के इन नेताओं ने सरकार पर क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदइंतजामी को लेकर हमला बोला है। मुकेश सहनी ने कहा कि सरकार जानबूझकर प्रवासियों के बीच संक्रमण बढ़ने देना चाहती है ताकि बाद में इसका ठीकरा बाहर से आने वाले लोगों पर फोड़ा जा सके।



बिहार में राज्यसभा चुनाव के पहले भी इन नेताओं ने शरद यादव के साथ मिलकर बैठक की थी. मांझी कुशवाहा और सहनी बार-बार यह कहते रहे हैं कि महागठबंधन की तरफ से विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा की जाए. लेकिन आरजेडी ने सहयोगी दलों की मांग को दरकिनार करते हुए अपनी तरफ से तेजस्वी यादव को पहले ही नेतृत्व के तौर पर सामने खड़ा कर रखा है. पूर्णा संकट के कारण बिहार में राजनीतिक गतिविधियां फिलहाल थमी हुई है. लेकिन इन तीन दल के नेताओं ने आज बैठक की शुरुआत कर एकाएक सरगर्मी बढ़ा दी है.