नगर निगम का बड़ा फैसला: आउटसोर्सिंग कर्मी की मौत पर मिलेंगे 10 लाख रुपये, अंतिम संस्कार के लिए 50 हजार का एलान

नगर निगम का बड़ा फैसला: आउटसोर्सिंग कर्मी की मौत पर मिलेंगे 10 लाख रुपये, अंतिम संस्कार के लिए 50 हजार का एलान

PATNA : मंगलवार को पटना की मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में सशक्त स्थायी समिति की 49वीं बैठक हुई. इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं. नगर निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों और आउटसोर्सिंग कर्मियों के लिए बड़ा एलान किया गया है. कोरोना काल में आउटसोर्सिंग कर्मी की मौत पर उसके आश्रितों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया गया है. इसके अलावा आउटसोर्सिंग कर्मी को इस महामारी में 4500 रुपये बोनस देने का भी निर्णय लिया गया है.


स्थायी समिति की बैठक में और भी कई बड़े निर्णय लिए गए हैं. पटना नगर निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को सेवाकाल में मौत होने के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए अनुग्रह अनुदान राशि को तीन हजार से बढाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया है. ये लाभ आउटसोर्सिंग कर्मी को नहीं सिर्फ सिर्फ नगर निगम के चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को ही मिलेगा. 


नगर निगम की बैठक में आम लोगों को भी बड़ी राहत दी गई है. कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार, राज्य सरकार और प्रशासन के अंदर आने वाले जितने भी प्रतिष्ठान बंद हैं, उनसे कचरा शुक्ल नहीं लिया जायेगा. साथ ही स्लम बस्ती में कच्चे मकानों से भी कचरा उठाव की कोई राशि नहीं ली जाएगी. जबकि पक्के मकानों को 30 रुपये के बजाये 20 रुपये ही देने होंगे. 


कोरोना काल में किसी व्यक्ति की मौत होने पर भामाशाह फाउंडेशन की ओर से पटना के श्मशान घाटों पर निःशुल्क अंत्योष्टि की जाएगी. घर से पार्थिव शरीरी को श्मशान घाट ले जाने के लिए भामाशाह फाउंडेशन की ओर से एक-एक शव वाहन ड्राइवर के साथ 24X7 उपलब्ध कराया जायेगा. साथ ही एक प्रतिनिधि की भी नियुक्ति की जाएगी, जिसका मोबाइल नंबर आम लोगों के साथ साझा किया जायेगा.