PATNA: चीन और अमेरिका समेत विश्व के अन्य देशों में कोरोना से मचे हाहाकार के बीच भारत सरकार अलर्ट हो गई है और कोरोना के संभावित खतरे से निपटने के लिए सभी तरह की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। कोरोना को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से राज्यों को जरूरी निर्देश भी जारी किए गए हैं और सतर्क रहने को कहा गया है। केंद्र के निर्देश पर बिहार में भी सरकार अलर्ट हो गई है और संभावित खतरे को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि भले ही बिहार में कोरोना जीरो पर पहुंच गया है लेकिन कोरोना की जांच लगातार की जा रही है। देश में जब से कोरोना शुरू हुआ तब से बिहार में इसको लेकर सतर्कता बरती गई है। जांच और टीकाकरण के साथ साथ लोगों के इलाज की समुचित व्यवस्था की गई। हर दिन 45 से 50 हजार लोगों की जांच बिहार में हो रही है। इसके साथ ही लोगों के टीकाकरण का काम भी चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के कुछ देशों में एक बार फिर से कोरोना के सक्रिय होने के मामले सामने आने लगे हैं। केंद्र सरकार की तरफ से भी राज्यों को निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके बाद से पूरी सतर्कता बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया गया है। पूरे हालात पर सरकार की नजर बनी हुई है और कोरोना के संभावित खतरे को लेकर जो भी जरूरी है, सावधानियां बरती जा रही हैं।
बता दें कि कोरोना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते शनिवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की थी। बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारयों को कोरोना को लेकर पूरी तरह अलर्ट रहने को कहा है। इसके साथ ही बाहर से आने वाले लोगों की रैंडम जांच और कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण में भी तेजी लाने के निर्देश दिये गए हैं। इसके साथ ही पटना के सिविल सर्जन, पीएमसीएच के अधीक्षक, आइजीआइएमएस के निदेशक समेत अन्य सरकारी अस्पतालों के जिम्मेदार अधिकारी ने अपने सीनियर डॉक्टरों व प्रभारियों के साथ बैठ कर स्वास्थ्य विभाग की नयी एडवाइजरी को प्रमुखता से लागू करने का निर्देश जारी किया है।