DESK : पूरे देश में कोरोना का कहर जारी है. कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए सरकार ने 21 दिनों का लॉकडाउन बुलाया है. पर अभी भी कुछ लोग इसे समझने को तैयार नहीं है. लोग लॉकडाउन को पालन नहीं कर रहे हैं और बेवजह घर से निकल रहे हैं. उनके लिए पंजाब के बलदेव सिंह की हिस्ट्री जाननी जरुरी है, जिसने 6 दिन में 23 लोगों को कोरोना संक्रमित कर दिया और इसकी वजह से 15 गांवों को सील कर दिया गया है. बलदेव के संपर्क में 100 से ज्यादा लोग आए थे, लेकिन अभी तक सिर्फ 23 लोगों का ही टेस्ट पॉजिटिव आया है.
बलदेव सिंह पंजाब के नवांशहर के एक गुरुद्वारे में पाठी थे. वे कुछ दिन पहले ही जर्मनी गए थे और भाया इटली होकर भारत लौटे थे. विदेश से आने के बाद भी उन्होंने वहां पाठ किया और लोगों में प्रसाद भी बांटा. कुछ दिन बाद ही उनकी तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. उसका टेस्ट किया गया और वे कोरोना पॉजिटिव मिले. इलाज के दौरान ही 18 मार्च को उनकी मौत हो गई.
21 मार्च को बलदेव सिंह के 3 बेटे, 2 बेटियों 1 पोती और 1 साथी को कोरोना पॉजिटिव होने का पता चला. 22 मार्च को 2 बहुओं, 2 पोतियों, 2 साथियों और सरपंच को कोरोना पीड़ित होने का पता चला. 23 मार्च को पोते के कोरोना पीड़ित होने का पता चला और 24 मार्च को 1 दोहते, 2 पोते, 1 साढ़ू, साढ़ू के बेटे और सरहज के कोरोना पॉजिटिव होने का पता चला है. जिसके बाद से इलाके में हड़कंप मचा है. सरकार ने 15 गांवों को सील कर दीया है. आप इस केस से समझ सकते हैं कि कोरोना का चेन कितना बड़ा है और उसे तोड़ना क्यों जरुरी है. अगर अभी भी आप लॉकडाउन का पालन नहीं करते हैं तो सोचिए आप अपने लिए, अपने परिवार के लिए और समाज के लिए बुरा कर रहे हैं. इसलिए कोरोना के चेन को समझिए औक इसे ब्रेक करने के लिए घर में ही रहिए.