RANCHI : झारखंड कांग्रेस के नेताओं ने आज राजभवन का घेराव किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अदाणी के सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के नेताओं ने आज राजभवन का घेराव किया है। आज के विधानसभा सत्र शुरू होने के साथ ही कांग्रेस पार्टी ने सदन में हंगामा किया और अब उसके बाद सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
कांग्रेस नेताओं ने मोरहाबादी में बापू वाटिका से आक्रोश मार्च के शक्ल में बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता बैनर तख्ती के साथ राजभवन के लिए निकले। हालांकि, पुलिस ने राजभवन घेरने के लिए निकले कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को जाकिर हुसैन पार्क के पास रोक दिया। इसके बाद इनलोगों को पुलिस ने राजभवन के सामने ही बैरिकेडिंग कर रोक लिया। लेकिन इसके बाद कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पर चढ़कर नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी बैरिकेडिंग पर चढ़कर नारेबाजी करने लगे।
मालूम हो कि, हिंडनबर्ग रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद से झारखंड में कांग्रेस लगातार आंदोलनरत है। सबसे पहले कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एसबीआई और एलआईसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था। उसके बाद प्रखंड मुख्यालयों में भी केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इसी प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने 13 मार्च को राजभवन का घेराव करने का कार्यक्रम तय किया और इसी कार्यक्रम के तहत उन्होंने आक्रोश मार्च निकाला।
आपको बताते चलें कि, राजभवन घेराव के इस कार्यक्रम में मंत्री आलमगीर आलम और बन्ना गुप्ता समेत झारखंड कांग्रेस महिला मोर्चा, यूथ संगठन और अन्य संबंधित विभागों के नेता कार्यकर्ता शामिल हैं। कांग्रेस महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष गुंजन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और पूर्व मंत्री ददई दुबे भी शामिल रहे।