PATNA: राजद के राजकुमार तेजस्वी यादव को कांग्रेस ने फिर झटका दिया है. बिहार दौरे पर आये कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने भी तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानने से इंकार कर दिया है. गोहिल इशारों में तेजस्वी को समझा भी गये-व्यक्तिगत स्वार्थ छोड़े वर्ना मुश्किल हो जायेगी.
कांग्रेस का इंकार
बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने राहुल गांधी के इस्तीफे के समय खुद भी त्यागपत्र दे दिया था. बाद में सोनिया गांधी ने उन्हें फिर से बिहार कांग्रेस का प्रभार सौंपा. फिर से प्रभार मिलने के बाद शक्ति सिंह गोहिल पहली दफे बिहार पहुंचे थे. पटना में मीडिया ने पूछा-क्या वे बिहार में तेजस्वी को नेता मानते हैं. गोहिल इंकार कर बैठे. उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्वार्थ की बात होगी तो दिक्कत होगी. महागठबंधन बचाना है तो पसर्नल स्वार्थ से उपर उठना होगा. वर्ना फिर सभी दल अलग चुनाव लड़ने को स्वतंत्र हैं. कुल मिलाकर कहें तो गोहिल ने साफ कर दिया कि राजद अगर तेजस्वी मोह से बाहर नहीं निकलता है तो फिर परेशानी होगी.
उप चुनाव में सीटों पर कांग्रेस की दावेदारी
बिहार में लोकसभा की एक और विधानसभा की चार सीटों पर उप चुनाव होना है. गोहिल बोले इनमें से लोकसभा की एक सीट और विधानसभा की एक सीट तो पहले से ही कांग्रेस की ही है. विधानसभा की बाकी तीन सीटों पर भी कांग्रेस की दावेदारी है. कांग्रेस का उम्मीदवार उप चुनाव में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है.
अब क्या करेगा राजद
राजद के कई नेता पहले से एलान कर रहे हैं कि जिन्हें तेजस्वी को नेता नहीं मानना है वे महागठबंधन छोड़ कर जा सकते हैं. पहले कांग्रेस के प्रदेश के नेता बोल रहे थे अब शक्ति सिंह गोहिल भी तेजस्वी को नेता मानने से इंकार कर गये. तो क्या तेजस्वी समर्थक राजद नेता कांग्रेस को महागठबंधन से बाहर करने की मांग करेंगे.