कांग्रेस और नीतीश-लालू तय करें जिम्मेवारी: विपक्षी दलों की बैठक से पहले छलका पप्पू यादव का दर्द

कांग्रेस और नीतीश-लालू तय करें जिम्मेवारी: विपक्षी दलों की बैठक से पहले छलका पप्पू यादव का दर्द

PATNA: आगामी 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बड़ी बैठक होने वाली है। इस बैठक में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ रणनीति तय होगी। कई ऐसे दल भी हैं जिन्हें इस बैठक में शामिल होने के लिए अभी तक न्योता नहीं मिला है। जिसकों लेकर ऐसे दलों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। बैठक के पहले जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव का दर्ज छलक गया है।


पप्पू यादव ने कहा है कि 23 जून को पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक छोटे दलों को यह कहकर नहीं बुलाया गया है कि छोटे-छोटे दुकान की अभी जरूरत नहीं है। अगर छोटे दुकान की जरूरत नहीं तो पुराने जनता पुराने जनता दल को एकजुट करें, सबको एक साथ लेकर चलें। पप्पू यादव ने कहा कि उनकी पार्टी छोटी है लेकिन जो लोग छोटी दुकान कह कर छोटी पार्टियों को खत्म करना चाहते हैं उन्हें यह बताना चाहिए कि जाप 2024 में एक सीट पर लड़ेगी, दो सीट पर लड़ेगी, लेकिन जन अधिकार पार्टी का कभी किसी के साथ विलय नहीं होगा।


उन्होंने कहा कि जन अधिकार पार्टी ने हमेशा विपक्ष की भूमिका निभाई है। जेडीयू अलग-अलग समय में एनडीए के साथ रही लेकिन पिछले पांच सालों से जाप विपक्ष के तौर पर भूमिका निभा रही है। पप्पू यादव ने कहा कि वे महागठबंधन के साथ हमेशा रहे हैं। पप्पू यादव ने खुद को रंक बताते हुए कहा कि राजा तय करता है कि रंक की भूमिका क्या होगी। लालू, नीतीश और कांग्रेस को तय करना होगा कि पप्पू यादव की चुनाव में भूमिका क्या होगी। पप्पू यादव कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है।