PATNA : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश से उनके नोडल ऑफिसरों की शिकायत की है। उन्होनें कहा है कि आपने बाहर से लोगों को वापस लाने के लिए नोडल ऑफिसर तो नियुक्त कर दिए लेकिन अब इन अधिकारियों का पहले तो नंबर ही नहीं लग रहा और तो कईयों का नंबर बंद बता रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि नीतीश कुमार जी सरकार द्वारा प्रतिनियुक्त किए गएं नोडल ऑफ़िसर्स का फ़ोन लग नहीं रहा,कई का तो मोबाइल भी बंद आ रहा है ऐसे में बाहर रह रहें मज़दूर,छात्र परेशान हैं।कल सुबह से लेकर अभी तक मेरे पास हज़ारों फ़ोन कॉल आ चुके हैं,छात्र/मज़दूरों का रो-रो कर बुरा हाल है।
बता दें कि बिहार सरकार ने भी दूसरे राज्यों के फंसे अपने लोगों को वापस लाने के लिए बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग ने नोडल अधिकारियों की तैनाती की है।आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा प्रतिनियुक्त ये अधिकारी अन्य राज्यों में फंसे बिहारी छात्रों-कामगारों आदि को वापस लाएंगे। वे बिहार में फंसे दूसरे प्रदेशों के लोगों को भी उनके प्रदेशों में भेजने का काम करेंगे।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक अगर दूसरे राज्य में फंसा कोई व्यक्ति अपने राज्य जाना चाहता है तो दोनों संबंधित राज्य सरकारें बातचीत कर उपयुक्त कदम उठाएंगी। ऐसे लोगों को सड़क मार्ग से ले जाया जाएगा। रवानगी के पहले उनकी मेडिकल जांच (स्क्रीनिंग) की जाएगी। कोरोना वायरस के संक्रमण का लक्षण नहीं मिलने पर ही जाने की अनुमति दी जाएगी। ऐसे लोगों को घर भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की जाएगी। ये बसें सैनिटाइज की जाएंगी तथा उनमें फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठने की व्यवस्था की जाएगी।इस सब निर्देशों को मुकम्मल करने के लिए नोडल पदाधिकारियों की नियुक्ति की गयी है।
दीगर है कि लॉकडाउन में पहली बार पैसेंजर्स को लेकर कोई ट्रेन बिहार पहुंचने वाली है। जयपुर से बिहारियों को लेकर चली यह ट्रेन आज दोपहर पटना के दानापुर स्टेशन पहुंचेगी जिसको लेकर वहां प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। जयपुर से चली यह ट्रेन लगभग दोपहर 12:45 बजे दानापुर पहुंचेगी। 24 डिब्बों वाली इस ट्रेन में तकरीबन 1100 यात्री सवार हैं।इधर पटना जिला प्रशासन के इन्हें क्वारेंटाइन करने की पूरी व्यवस्था कर ली है।