PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है । सीएम ने अनुरोध किया है कि इंटरनेट के जरिए उपलब्ध स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर सेंसरशिप लागू किया जाए। पीएम को लिखे पत्र में उन्होनें कहा है कि देश में महिलाओं और बच्चों के साथ घटित दुष्कर्म और आपराधिक घटनाओं से पूरे देश का जनमानस उद्वेलित होता है। इस पत्र में सीएम ने 12 दिसंबर को पोर्न साइट पर रोक संबंधी लिखे गये पत्र का भी जिक्र किया है।
सीएम नीतीश कुमार ने पीएम को लिखे पत्र में कहा है कि स्ट्रीमिंग सर्विसेस के जरिए उपभोक्ताओं को कार्यक्रम, फिल्में और सीरियल्स दिखा रहे हैं। लेकिन इस सर्विसेज में सेंसरशिप लागू नहीं होने के कारण इन कार्यक्रमों में अत्याधिक मार-धाड़ या सेक्स के खुले प्रदर्शन पर आधारित फिल्में और धारावाहिक इंटरनेट के जरिए इन चैनलों पर दिखायी जा रही है।
नीतीश कुमार ने पत्र में कहा है कि स्ट्रीमिंग सर्विसेज पर जो कार्यक्रम आते हैं उनपर नियमों और कानूनों की अस्पष्टता होने के कारण न तो सेंसरशिप ही लागू होती है और न ही किसी तरह के विज्ञापन आते हैं। उन्होनें कहा कि इसके जरिए लोग अश्लील, हिंसक और अनुचित कंटेट देख रहे हैं जो अनुचित है। इस तरह की सामग्री से जनमानस की मानसिकता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है जिससे कई तरह की सामाजिक समस्याएं सामने आ रही है खासकर महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराध में वृद्धि हो रही है।
सीएम ने कहा है कि स्ट्रीमिंग सर्विसेज के जरिए दिखाए जाने वाले अश्लील और हिंसक कार्यक्रमों के नकारात्मक प्रभावों के कारण अपराध में वृद्धि हो रही है। अत: ऐसे कार्यक्रमों के निर्माण और प्रसारण को अपराध मानते हुए इस पर तत्काल अंकुश लगाने की आवश्यकता है।साथ ही उन्होनें इस पूरे मसले पर जागरूकता अभियान चलाए जाने पर भी बल दिया।