PATNA: सीएम नीतीश कुमार ने राज्य के कई जिलों में हो रही भारी बारिश और मौसम विभाग के द्वारा अलर्ट को लेकर एक अणे मार्ग में आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. सीएम ने कहा कि नेपाल में अगर ज्यादा बारिश होती है तो गंडक बूढ़ी गंड़क, बागमती सहित पूरा उत्तर बिहार प्रभावित होगा. भागलपुर में जलस्तर बढ़ने का क्या कारण है. सिर्फ बारिश के कारण ही जलस्तर नहीं बढ़ सकता है, इसे भी विशेष रूप से समझना होगा. खगड़िया में भी सचेत रहने की आवश्यकता है.
पटना पर भी देना होगा ध्यान
सीएम ने कहा कि पटना में भी विशेष रुप से निगरानी करनी होगी. क्योंकि 1975 और 1976 में पुनपुन नदी का पानी कई गांवों में प्रवेश कर गया था. सीएम ने कहा कि कल से हथिया नक्षत्र शुरू हो रहा है और कल शनिवार का दिन भी है. ऐसे में यह मान्यता है कि शनिवार के दिन बारिश शुरू होती है तीन दिनों तक लगातार बारिश होती है.
लोगों को नहीं होगी परेशानी
सीएम ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में सिर्फ कम्यूनिटी किचेन से काम नहीं चलेगा. प्रभावित लोगों को अधिक से अधिक राहत देने के लिए रिलीफ कैंप की व्यवस्था करनी होगी. आपदा प्रभावित लोगों के लिए सरकार सजग है और इस बार भी लोगों को कोई परेशानी नहीं होने देंगे.
तैयारी के बारे में दी गई जानकारी
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने अररिया, मधेपुरा, कटिहार, पूर्णिया, सीतामढ़ी, किशनगंज, बगहा, सहरसा, सुपौल, मुजफ्फरपुर, नवगछिया, भागलपुर सहित बाढ़ प्रभावित इलाकों और नदियों के बढ़े जलस्तर, नदियों के बांध के बारे में जानकारी दी. सीएम को बताया गया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में पर्याप्त नावों की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही पॉलीथीन सीट्स और जरूरी सामग्री उपल्बध करा दी गई है. प्रभावित इलाकों में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम की तैनाती कर दी गई है.