PATNA : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जीवन पर लिखी किताब, "नीतीश कुमार : अतरंग दोस्तों की नजर से" का विमोचन करेंगे। यह कार्यक्रम राजधानी पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल में शाम 4.30 बजे शुरू होगा। इस दौरान खुद सीएम नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमों लालू यादव समेत बिहार सरकार के कई मंत्री मौजूद रहेंगे।
बिहार के मुख्यमंत्री पर लिखी किताब को लेकर बताया जा रहा है कि, इसमें नीतीश कुमार के बचपन से लेकर अभी तक की कुछ अंदुरनी चीज़ें शामिल है। इसमें नीतीश कुमार के युवाकाल में दोस्तों के साथ मस्तीभरे संवाद का भी जिक्र है। इस पुस्तक के लेखक का कहना है कि, जब हम किसी विशिष्ट जन नेता की जीवनी पढ़ते हैं, तो उसमें उनकी राजनीतिक सफर की ज्यादा चर्चा होती है, लेकिन हम उससे उन लोगों की परिस्थितियों और उस मानसिकता के बारे में बहुत कम जान पाते हैं, जिनके कारण वे आज किसी ऊंचाई पर पहुंच सके हैं। यह किताब एक कस्बे के कूचे से शुरु हुआ और गर्दिश की गलियों से गुजर कर उनके आज के मुकाम तक पहुंचने में उनके संघर्षों की कहानी तो कहती ही है, साथ ही उनके व्यक्तिगत, पारिवारिक और राजनीतिक परिवेश के बारे में भी बहुत सी ऐसी कहानियां सामने लाती है, जिन पर वक्त के धूल की मोटी परत जम गई थी।
नीतीश कुमार अंतरंग दोस्तों की नजर से।’ उदय कांत की यह पुस्तक नीतीश के मुन्ना बाबू, नेताजी, नीतीश जी से माननीय नीतीश कुमार बनने की कहानी और आजादी के बाद के बिहार की राजनीति का लेखा-जोखा भी है। ज्यादातर लोग पहली बार जानेंगे कि नीतीश कुमार कविता भी लिखते रहे हैं। पुस्तक में बहुत पहले की उनकी 2 कविताएं हैं। एक का शीर्षक है-’बिना शीर्षक के।’ इसकी लाइनें-मैं रोज जीता हूं, रोज मरता हूं, कायर जो ठहरा। लाखों करोड़ों बेसहारे, बेगाने, जो व्यवस्था का विरोध नहीं कर पा रहे, क्या कायर हैं?’
इधर, इस पुस्तक के विमोचन के मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, विधान परिषद के पूर्व सभापति जाबिर हुसैन और माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य सुभाषिनी अली उपस्थित होंगे। वहीं, बतौर वक्ता मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री अशोक चौधरी,मंत्री संजय कुमार झा, राज्यसभा सदस्य मनोज कुमार झा, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह और राजकमल प्रकाशन समूह के अध्यक्ष अशोक महेश्वरी मौजूद रहेंगे।