Bihar Election 2025: बिहार चुनाव बना वैश्विक लोकतंत्र की सीख का केंद्र, इतने देशों के अधिकारी पहुंचे पटना; EVM सेंटर से पोलिंग बूथ तक लेंगे जानकारी Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण: 18 जिलों की 121 सीटों पर कल पड़ेगा वोट, 3.75 करोड़ मतदाता करेंगे इतने उम्मीदवारों का फैसला Kartik Purnima 2025: आज है कार्तिक पूर्णिमा, जानिए स्नान-दान और देव दिपावली का महत्व गया जी में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का रोड शो, डॉ. प्रेम कुमार के समर्थन में मांगा वोट Bihar Election 2025: 6 नवंबर को महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार भेजने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से की शिकायत Bihar Election 2025: 6 नवंबर को महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार भेजने पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति, चुनाव आयोग से की शिकायत Bihar Election 2025: बिहार वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, हथियार और गहनों के साथ 23 लाख कैश बरामद Bihar Election 2025: बिहार वोटिंग से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन, हथियार और गहनों के साथ 23 लाख कैश बरामद Bihar Election 2025: मुजफ्फरपुर में चिराग पासवान की रैली में भारी हंगामा, देरी से पहुंचने पर लोगों ने किया बवाल, फेंकी कुर्सियां Bihar Election 2025: मुजफ्फरपुर में चिराग पासवान की रैली में भारी हंगामा, देरी से पहुंचने पर लोगों ने किया बवाल, फेंकी कुर्सियां
1st Bihar Published by: VISHWAJIT ANAND Updated Wed, 28 Jun 2023 12:56:53 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार की राजनीति में आज अचानाक से उस समय हलचल बढ़ गई जब नीतीश कुमार के राजभवन आगमन के बाद भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी भी राजभवन पहुंच गए। सुशील मोदी फिलहाल किन वजहों से राजभवन पहुंचे हैं। इस बात की जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है। लेकिन, सीएम के आगमन से कुछ ही देर बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री के आगमन को लेकर कई तरह की चर्चा तेज है।
वहीं, इस मुलाकात को लेकर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, वह हमारे पुराने मित्र हैं। विधार्थी परिषद् के ज़माने से वो हमारे साथ रहे हैं। हमारे और सीएम के कुछ देर के अंतराल कर आना महज एक संयोग है। इसके आलावा जो चर्चा चल रही है उसमें कहीं से भी कोई भी सच्चाई नहीं है। बस इतना ही कहना है कि बहुत दिन बाद एक ऐसा गवर्नर मिला है जो हरेक पहलु पर बारीकी से नजर बनाए हुए रहते हैं।
इसके आलावा राज्य में शिक्षक बहाली को लेकर जो डोमिसाइल प्रक्रिया लागू की गई है उसको लेकर सुशील कुमार मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, यह बिहारी प्रतिभा का अपमान है। यह बिहारियों का अपमान है। शिक्षा मंत्री कह रहे हैं कि बिहार में अंग्रेजी में, फिजिक्स में, केमिस्ट्री में लड़के नहीं मिल रहे हैं। उनसे मेरा सबसे बड़ा सवाल है कि बिना परीक्षा के आपको यह कैसे मालूम चलेगा कि लड़के मिल रहे हैं या नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में अगर बाहर के लोग यहां आकर पढ़ आएंगे तो यहां के लोग कहां जाएंगे शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री दोनों को बताना चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि, एक तरफ सरकार नियोजित शिक्षकों का कहती है कि सरकारी कर्मी बने दूसरी तरफ टीईटी पास जो छात्र हैं वह इंतजार कर रहे हैं बहाली को लेकर। इसके बाद अब आप एक नया तरीका ला दिया है। शिक्षक तो वैसे भी तृतीय श्रेणी के कर्मचारी माने जाते हैं। ऐसे में सरकार तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों में भी बाहर के लोगों को रखना शुरु कर देगा तो फिर यहां के लोगों का क्या हाल होगा ? इस पर सरकार को विचार करना चाहिए।