इधर नीतीश कानून का ज्ञान दे रहे थे, उधर अपराधियों ने NH पर युवक के सीने में उतार दी गोलियां, लूट ले गये बाइक

इधर नीतीश कानून का ज्ञान दे रहे थे, उधर अपराधियों ने NH पर युवक के सीने में उतार दी गोलियां, लूट ले गये बाइक

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस वक्त बिहार पुलिस के मुख्यालय में बैठ कर पुलिसकर्मियों को लॉ एंड आर्डर कायम रखने की सीख दे रहे थे, ठीक उसी वक्त अपराधियों ने नेशनल हाइवे पर पीछा कर युवक के सीने में गोलियां उतार दीं. अपराधी उसकी नयी बाइक लूटना चाह रहे थे, युवक ने विरोध किया तो उसके सीने में गोलियां मारी गयीं. फिर अपराधी मजे से बाइक लूट कर चलते बने. ये वाकया बुधवार की दिन में मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र में हुआ.


दरअसल बुधवार की दिन में नीतीश कुमार बिहार पुलिस के मुख्यालय पहुंचे थे. वे पुलिस के आलाधिकारियों के साथ बैठकर कानून व्यवस्था पर उनका प्रेजेंटेशन देख रहे थे. बैठक से बाहर निकल कर नीतीश ने कहा कि जिसे जो बोलना है बोले, बिहार में सुशासन है और वे इसे और दुरूस्त करने के ख्याल से पुलिस मुख्यालय पहुंचे हैं.


NH पर गोलीबारी और लूट
मुख्यमंत्री जिस वक्त पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे ठीक उसी वक्त अपराधियों ने मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर गोलियां बरसा कर लूट की घटना को अंजाम दिया. अपराधियों की गोली के शिकार बने युवक का नाम मो. शराफत हुसैन है. वह मुजफ्फरपुर के ही करजा थाने के बड़कागांव का निवासी है.  दिल्ली में प्लम्बर का काम करने वाले शराफत की शादी 18 दिन पहले 5 दिसंबर को हुई थी. शादी में उसे पल्सर 220 बाइक गिफ्ट में मिली थी.



शराफत अपनी शादी में आए एक रिश्तेदार को शहर में छोड़ने के लिए घर  से निकला था. रिश्तेदार को शहर में छोड़कर वापस लौटने के दौरान ये वाकया हुआ. दोपहर करीब 2 बजे नेशनल हाइवे पर अपराधियों ने उसकी बाइक लूटने की कोशिश की. अपराधियों को देखकर शराफत ने अपनी बाइक को भगाया. इसी दौरान लुटेरे ओवरटेक कर उसके करीब पहुंच गये. उसके बगल में पहुंच कर अपराधियों ने शराफत के उपर फायरिंग किया. उसे दो गोलियां मारी गयी. गोलियों से घायल शराफत सड़क पर गिर गया. इसके बाद अपराधी बाइक लेकर निकल गये. शराफत को पेट और सीने में दो गोलियां लगी हैं.


ग्रामीण ने अस्पताल पहुंचाया
अपराधियों की गोलियों से घायल शराफत सड़क पर छटपटा रहा था. इसी बीच उसके गांव के ही रहने वाले निसार अहमद उसी रास्ते से जा रहे थे. उन्होंने शराफत को लहुलुहान तड़पते देखा तो उसके घर वालों को खबर थी. निसार अहमद ही उसे स्थानीय लोगों की मदद से मुजफ्फऱपुर शहर के एक अस्पताल में ले गये. शराफत को मुजफ्फरपुर के बैरिया में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहां उसकी स्थिति नाजुक बतायी जा रही है.