पिट गया नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट, मैट्रिक रिजल्ट में सिमुलतला स्कूल का अब तक का सबसे बुरा प्रदर्शन

पिट गया नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट, मैट्रिक रिजल्ट में सिमुलतला स्कूल का अब तक का सबसे बुरा प्रदर्शन

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री ने जिस स्कूल को नेतरहाट की तरह बनाने का ड्रीम देखा था वो इस दफे के मैट्रिक रिजल्ट में बुरी तरह पिट गया. बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा परिणामों में वर्ष 2015 से दबदबा रखने वाले स्कूल सिमुलतला आवासीय विद्यालय को इस बार जोर का झटका लगा है. बिहार बोर्ड ने आज मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी किया. इसमें टॉप टेन में 43 बच्चे शामिल हैं जिनमें सिमलतुला के सिर्फ 3 बच्चे हैं. मैट्रिक परीक्षा के टॉप-5 में सिमलतुला का कोई छात्र शामिल नहीं है.


मैट्रिक रिजल्ट में 7वें स्थान पर सिमलतुला का छात्र
बिहार बोर्ड की ओर से जारी मैट्रिक रिजल्ट में रोहतास के जनता हाई स्कूल के हिमांशु राज 481 अंकों के साथ स्टेट टॉपर हैं. सिमुलतला स्कूल से सबसे बेहतर प्रदर्शन छात्र राज रंजन ने किया है. राज रंजन को मेरिट लिस्ट में 7वां स्थान मिला है. उन्हें कुल 474 अंक मिले हैं.  इस स्कूल से मेरिट लिस्ट में सबसे टॉप पर राज रंजन ही हैं. मैट्रिक परीक्षा के रिजल्ट में टॉप टेन में 43 छात्र-छात्रायें शामिल हैं जिसमें सिमलतुला के राज रंजन के अलावा बमबम कुमार 473 मार्क्स के साथ आठवें स्थान पर और  471 अंक के साथ रोहित कुमार 10वें नंबर पर हैं.


पिट गया नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट
गौरतलब है कि सिमलतुला स्कूल नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. बिहार-झारखंड के बंटवारे के बाद नेतरहाट स्कूल झारखंड में चला गया. नीतीश कुमार ने 2010 में नेतरहाट की तर्ज पर सिमलतुला स्कूल की स्थापना करायी थी. सरकार इस स्कूल पर हर साल करोडो रूपये खर्च करती है. राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के आधार पर इस स्कूल में 6ठी क्लास में छात्र-छात्राओं का एडमिशन होता है. लेकिन इस बार के मैट्रिक रिजल्ट ने बताया है कि नीतीश कुमार के सपनों का स्कूल पिट रहा है.


साल 2015 से सिमुलतला स्कूल के बच्चे बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में शामिल होना शुरू हुए और पहले साल से ही मेरिट लिस्ट में यहां के बच्चे परचम लहरा रहे हैं.  पिछले पांच सालों में चार बार यहीं का विद्यार्थी स्टेट टॉपर चुना गया है. लेकिन, ऐसा पहली बार हुआ है कि टॉप टेन की लिस्ट में सिमुलतला के 10 फीसदी बच्चे भी नहीं हैं.


पिछले साल बिहार मैट्रिक परीक्षा के टॉप टेन टॉपरों की लिस्ट में 18 छात्र शामिल थे, जिनमें से 16 विद्यार्थी सिमुलतला आवासीय विद्यालय के थे. 2019 में मैट्रिक का टॉपर सिमलतुला का ही सावन राज भारती था और उसने 486 मार्क्स यानी 97.2 प्रतिशत मार्क्स हासिल किए थे. इसी स्कूल के रौनित राज ने 483 अंक प्राप्त कर राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया था. पिछले साल के रिजल्ट का आलम ये था कि मैट्रिक के स्टेट टॉपर्स के पहले से आंठवें पायदान पर सिमुलतला के बच्चे काबिज थे.


वर्ष 2018 के बिहार बोर्ड 10वीं के रिजल्ट में टॉप-10 में 23 विद्यार्थियों के नाम आए थे, जिनमें सिमुलतला आवासीय विद्यालय के 16 छात्र थे। 


2010 में शुरू हुए सिमलतुला के छात्र 2015 में पहली दफे मैट्रिक परीक्षा में शामिल हुए थे. बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा में शामिल होने के पहले ही साल सिमुलतला आवासीय विद्यालय ने ऐतिहासिक सफलता दर्ज की. बिहार बोर्ड की ओर से जारी टॉप टेन की लिस्ट में 30 छात्र इसी विद्यालय के थे.