CISF की कार्रवाई के बाद भी कोयला चोरी और अवैध खनन जारी, सदन में विधायकों ने इस अवैध कारोबार को लेकर उठाए सवाल

CISF की कार्रवाई के बाद भी कोयला चोरी और अवैध खनन जारी, सदन में विधायकों ने इस अवैध कारोबार को लेकर उठाए सवाल

DHANBAD: देश के कोयला राजधानी धनबाद में कोयले का अवैध कारोबार फल फूल रहा है। डंके की चोट पर कोयले का काला कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है। कहते हैं ना कि सईया भये कोतवाल तो डर काहे का...यह कहावत इन दिनों कोयलांचल में चरितार्थ हो रहा है। कोयले के इस अवैध कारोबार का सेंटर प्वाइंट इन दिनों बाघमारा का इलाका बना हुआ है जहां पुलिस प्रशासन के आंख के नीचे कोयले का अवैध खनन बदस्तूर जारी है।


पिछले दिनों कोयले के अवैध खनन के दौरान आधा दर्जन से ज्यादा मजदूरों की मौत हो चुकी है, उसके बाद भी पुलिस, प्रशासन और कोल इंडिया कुंभकरण की नींद में सोई है। ये स्थिति इसलिए बनी हुई है क्योकि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों कोयले के इस खेल को मिलकर खेल रही है। अगर हम जिले के केंदुआडीह थानाक्षेत्र इलाके की बात करे तो एक तरफ जहां पप्पू और मुकेश अवैध कारोबार में वर्चस्व बनाये हुए है तो दूसरी ओर आजसू नेता ने तेतुलमारी इलाके में कोयले के अवैध खनन पर अपना कब्जा बना रखा है। 


इस पूरे मामले चुप्पी का कारण ये है कि उपर से लेकर नीचे तक एक मोटी कमाई का हिस्सा सबके बीच बांटा जा रहा है। इस पूरे अवैध कारोबार से सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है वही कोल इंडिया को अबतक अरबों का नुकसान हो चुका है। 


इन इलाकों में जारी अवैध माइनिंग का निगेटिव इंपेक्ट ये हो रहा है कि एक तरफ जहां अवैध खनन के दौरान काम में लगे मजदूरों की मौत हो जा रही है वही दूसरी ओर अवैध माइनिंग और कोयला चोरी से प्लांटों में सप्लाई होने वाले कोयले की कमी हो जा रही है, जिस वजह से कई बार बिजली संकट की स्थिति देश में उत्पन्न हो गई है। 


कोयले के अवैध खनन और कोयला चोरी को लेकर CISF लगातार इन इलाकों में छापेमारी कर रही है और इस दौरान भारी मात्रा में कोयला भी जब्त किया है लेकिन फिर भी इन इलाकों में कोयला माफिया का मनोबल इतना बढ़ गया है कि वो काम रोकने का नाम नहीं ले रहे है।


 इन इलाकों से अवैध तरीके से निकाले गए कोयले को बिहार,बंगाल और उत्तरप्रदेश भेजा जा रहा है और मोटी रकम कमाई जा रही है। कोयले के इस अवैध खनन को लेकर अबतक कई जाने जा चुकी है लेकिन अब देखना होगा कि सरकार इस कोयले के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए अगला कदम क्या उठाती है। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान पर विधायकों ने कोयले के अवैध कारोबार को लेकर सवाल उठाए थे।