PATNA : बिहार में कोरोना के जबरदस्त कहर के बावजूद सत्ता पाने की चाह बीजेपी पर भारी पड़ी है. बडे पैमाने पर बीजेपी के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद पार्टी में हडकंप है. खबर ये है कि पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव क्वीरंटीन में चले गये हैं. वहीं प्रदेश भाजपा दफ्तर में ताला लटक गया है. बीजेपी के कई और प्रमुख नेताओं के कोरोना संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है.
भूपेंद्र यादव क्वारंटीन हुए
बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव लगातार पटना में कैंप कर चुनावी तैयारियां कर रहे थे. वे पटना के प्रदेश कार्यालय में बैठकर ताबड़तोड़ गति से वर्चुअल बैठक करने में लगे थे. हर जिले के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक हुई ही, प्रदेश के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ फिजिकल बैठक भी हुई. लेकिन मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय पर कोरोना बम फूटा. पार्टी के पांच प्रमुख प्रदेश पदाधिकारी समेत कुल 24 नेता कोरोना पॉजिटिव पाये गये. इसके बाद भूपेंद्र यादव क्वारंटीन हो गये हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बिहार से दिल्ली लौट चुके भूपेंद्र यादव बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में कोरोना बम फूटने की खबर मिलने के बाद क्वारंटीन हो गये हैं. वैसे भूपेंद्र यादव पिछले सप्ताह संसद की लोक लेखा समिति की बैठक में शामिल हुए थे. इसको लेकर भी चिंता जतायी जा रही है.
बीजेपी के कई प्रमुख नेताओं पर खतरा
भूपेंद्र यादव तो क्वारंटीन हो गये हैं लेकिन बिहार बीजेपी के कई और प्रमुख नेता खतरे के घेरे में आ गये हैं. कोरोना को नजरअंदाज कर हर हाल में चुनावी तैयारी करने में लगी बीजेपी ने इस महीने ताबड़तोड बैठक की है. इस महीने पार्टी ऑफिस में आयोजित कार्यक्रमों में भूपेन्द्र यादव के अलावा उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मंत्री नंदकिशोर यादव, मंगल पांडेय और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल समेत कई मंत्री भी शामिल हुए हैं. ये तमाम नेता बैठकों में लगातार मौजूद रहे थे.
गौरतलब है कि मंगलवार को प्रदेश बीजेपी भाजपा ऑफिस में कोरोना ने कहर ढा दिया. प्रदेश बीजेपी दफ्तर में बैठने वाले 24 नेता एक साथ कोरोना पॉजिटिव पाये गये. पॉजिटिव पाये जाने वालों में बीजेपी के संगठन महामंत्री नागेन्द्रनाथ, प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार, उपाध्यक्ष राजेश वर्मा, राधामोहन शर्मा शामिल हैं.
हम आपको बता दें कि बिहार में कोरोना के लगातार गहराते खतरे के बावजूद बीजेपी को चुनावी चिंता ही सताती रही. लिहाजा बीजेपी दफ्तर में लगातार बैठकें होती रहीं. पार्टी ने प्रदेश स्तरीय बैठक, क्षेत्रीय बैठक के साथ साथ अपने सभी 45 संगठन जिलों की बैठक भी लगातार पांच दिनों तक दो-दो, तीन-तीन शिफ्टों में की है.
मंगलवार को हुई जांच में बीजेपी के कई और प्रमुख नेताओं का टेस्ट नहीं हुआ. बीजेपी प्रदेश कार्यालय में प्रतिदिन बैठने वाले कई नेता-कार्यकर्ताओं की जांच नहीं हो पायी है. 24 नेताओं के संक्रमित पाये जाने के बाद उनमें बेचैनी है. कई नेताओं ने बताया कि वे असहज महसूस कर रहे हैं. उन्होंने अपनी पार्टी नेता और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से जांच कराने की गुहार लगायी है.