चुनाव के बाद बक्सर दौरे पर निकले धीरज कुशवाहा, बोले- जनसरोकार के मुद्दों पर समझौता नहीं करेगी RLSP

1st Bihar Published by: Updated Tue, 17 Nov 2020 05:16:30 PM IST

चुनाव के बाद बक्सर दौरे पर निकले धीरज कुशवाहा, बोले- जनसरोकार के मुद्दों पर समझौता नहीं करेगी RLSP

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BUXAR : चुनाव खत्म होने के बाद रालोसपा प्रवक्ता धीरज कुशवाहा ने पहली बार बक्सर जिले का दौरा किया और बक्सर की जनता से मिलकर वहां से मिले विशाल जनाधार स्वरूप आशीर्वाद पर जनता का धन्यवाद किया. साथ ही साथ समर्थकों एवं जिला कमिटी के सारे सदस्यों का मनोबल बढ़ाया तथा बताया की RLSP केवल चुनाव हारी है हिम्मत नहीं.


धीरज कुशवाहा ने कहा कि हमने हर सीट पर मजबूती से चुनाव लड़ा है. आगे भी जनता एवं समर्थकों के बीच रहकर रालोसपा के पदाधिकारियों का दायित्व बनता है कि पार्टी को और मजबूत करने का काम करें. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बहुत जल्द ही जिला एवं प्रदेश कमिटी को भंग कर नए सिरे से मजबूती के साथ कमिटी का पुनर्गठन किया जाएगा.


हालांकि रालोसपा प्रवक्ता ने यह भी कहा कि इन नतीजों ने पूरे बिहार में जीडीएसएफ की मौजूदगी का अहसास कराया. धीरज सिंह कुशवाहा ने कहा कि रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की अगुआई में फ्रंट मजबूती से चुनाव लड़ा लेकिन नतीजे उसकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं आए. कुशवाहा ने कहा कि रालोसपा फ्रंट में शामिल सभी दलों के नेताओं का आभार व्यक्त करता है कि उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व को स्वीकार किया और उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया था.


धीरज सिंह कुशवाह ने कहा कि GDSF ने बिहार में 6 सीटों पर जीत दर्ज की और 50 से ज्यादा सीटों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई, इसके लिए पार्टी बिहार की जनता को बधाई देती है कि उन्होंने फ्रंट पर उन्होंने यकीन जताया. कुशवाहा ने कहा कि फ्रंट के विधायक वंचितों, अकलियतों, पिछड़ों-अतिपिछड़ों और महादलितों की आवाज विधानसभा और विधानसभा से बाहर उठाते रहेंगे तथा जनसरोकार के मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेंगे. 


कुशवाहा ने कहा कि फ्रंट नई सरकार में तमाम लोगों की हिस्सेदारी की मांग करता है. उन्होंने कहा कि फ्रंट ने चार उपमुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की थी लेकिन नई सरकार ने दो ही उपमुख्मंत्री बनाया है. इस पर रालोसपा ये मांग करती है की वे सत्ता में तमाम वर्गों को हिस्सेदारी दें. रालोसपा के प्रवक्ता ने ये भी कहा कि पार्टी और फ्रंट पढ़ाई, कमाई, दवाई, सुनवाई, सिंचाई और कार्रवाई के मुद्दों पर अपना संघर्ष जारी रखेगी.