BUXER : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जीतन राम मांझी के अलग होने पर एक अनोखा बयान दिया उन्होंने कहा है कि छोटी-छोटी पार्टियों को अपनी दुकान बंद कर लेनी चाहिए या फिर बड़ी पार्टियों में अपनी पार्टी को मर्ज कर लेना चाहिए। इसके बाद अब उनके इस बयान को लेकर बिहार की सियासत काफी गर्म हो गई है। अब ललन सिंह के इस बयान महागठबंधन में सहयोगी की भूमिका निभा रही पार्टी भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बड़ी बात कही है।
भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि, - जीतन राम मांझी और ललन सिंह के बीच क्या चल रहा है और क्या नहीं उससे हमारी पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। लेकिन, ललन सिंह ने छोटी पार्टियों को लेकर जो बातें कही है यह गलत है। लोकतंत्र की खूबसूरती तभी है जब कई छोटे, बड़े राजनीतिक दल होंगे और सभी स्वतंत्र रूप से आम लोगो की लड़ाई लड़ेंगे। इसलिए किसी को भी छोटा कहना कहीं से भी उचित नहीं है।
इसके आलावा पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के तरफ से छोटी पार्टियों को लेकर दिए गए बयानों पर भी दीपंकर भट्टाचार्य ने जमकर खड़ी - खोटी सुनाई है। माले नेता ने कहा कि, जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी के नेता जेपी नड्डा ने बयान दिया था कि एक ही पार्टी अगले 50 साल तक राज करेगी। यह लोकतंत्र में संभव नहीं है। उनको अपने अंदर से यह बात निकाल देनी चाहिए कि वो अकेले राजनीति में रहेंगे।
दीपांकर भट्टाचार्य ने बताया कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में यह कहना कि छोटे-छोटे दलों को अपनी दुकानें बंद कर लेनी चाहिए। केवल बड़े दल ही राज करेंगे यह कहीं से सही नहीं है। इससे लोकतंत्र की खूबसूरती खत्म हो जाएगी। इसके बाद लोगों का लोकतंत्र पर भरोसा नहीं रहेगा। छोटे - छोटे दल ही आम लोगों की समस्या को सुनते रहे हैं।