चिराग ने कहा- राजनीतिक दुश्मनी के कारण जमुई में अस्पताल नहीं बनवा रहे नीतीश, उनके राज में शिक्षा का स्तर नीचे गिरा

चिराग ने कहा- राजनीतिक दुश्मनी के कारण जमुई में अस्पताल नहीं बनवा रहे नीतीश, उनके राज में शिक्षा का स्तर नीचे गिरा

PATNA :  बिहार दिवस के मौके पर लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई के सांसद चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर से निशाने पर लिया है. चिराग ने नीतीश की कार्यशैली की आलोचना करते हुए कहा कि राजनीतिक दुश्मनी के कारण वह विषेश क्षेत्रों में विकास नहीं कर रहे हैं. वह जमुई में हॉस्पिटल नहीं बनवा रहे हैं. 


बिहार दिवस के मौके पर नीतीश कुमार को कटघरे में खड़ा करते हुए चिराग ने कहा कि बिहार दिवस के दिन यह लिखते हुए दुख हो रहा है कि बिहार का शिक्षा स्तर इतना नीचे गिर गया है कि कोई भी सक्षम बिहारी अपने बच्चों को बिहार में नहीं पढ़ाना चाहता है. चिराग ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार को मदद करना चाहती है. लेकिन बिहार यहां के सिस्टम ने ही केंद्र सरकार के पैरों में जंजीरे लगा दी. 


लोजपा सुप्रीमो ने कहा कि 3 साल पहले केंद्र सरकार ने 450 करोड़ की लागत से 500 बेड के मेडिकल कॉलेज स्वीकृति जमुई में दी थी. इस परियोजना की जिम्मेदारी नीतीश सरकार को दी गई थी. इस काम के लिए निविदा का कार्य नीतीश सरकार को करना था लेकिन उन्होंने आजतक ऐसा नहीं किया. यही कारण है कि जमुई में 500 बेड वाला मेडिकल कॉलेज नहीं बन पा रहा है. 


चिराग ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी. लेकिन अफसोस है कि उन्होंने कोई पहल नहीं की. रात के 1:08 बजे बिहार दिवस के लिए चिंतित बिहार प्रदेश के मुखिया जी से अपेक्षा है कि अगले साल बिहार दिवस आने के पहले यह विकास कार्य शुरू हो जाए ताकि विकास में राजनैतिक द्वेष ना दिखे. 


22 मार्च 1912 को बिहार राज्य की स्थापना सकारात्मक सोच के साथ की गई होगी और हो भी क्यों नहीं जब भी कोई बिहार के गौरवशाली इतिहास के बारे में पढ़ता है उसका बिहार की मिट्टी के प्रति सम्मान बढ़ जाता है. हम सब आज जब बिहार की 109 वी वर्षगांठ मना रहे है तो बिहार विकास के नित नए मानदंड स्थापित करे यही अपेक्षा करते हैं. आज बिहार दिवस के दिन यह लिखते हुए दुख हो रहा है की बिहार का शिक्षा स्तर इतना नीचे गिर गया है कि कोई भी सक्षम बिहारी अपने बच्चों को बिहार में नहीं पढ़ाना चाहता. क्यों नहीं एक ऐसी व्यवस्था बनती है जिसके बाद हम सब सिर्फ़ बिहार के अतीत पर ही नहीं बल्कि वर्तमान पर भी गर्व कर सकें.