BEGUSARAI: बेगूसराय में बीते 29 नवंबर को चारा लाने गई दलित महिला के साथ गैंगरेप के बाद बदमाशों ने बेरहमी से उसकी हत्या कर दी थी। वारदात के कई दिन बीत जाने के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान रविवार को बेगूसराय पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। इस दौरान चिराग ने मुख्यमंत्री सरकार पर जमकर हमला बोला और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दलित विरोध बताया।
चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया है। नीतीश के दलित विरोधी चेहरे का कारण ही आज बिहार में दलितों पर अत्याचार हो रहा है। दलितों पर अत्याचार के बावजूद पुलिस और प्रशासन के लोग कार्रवाई नहीं करते हैं क्योंकि उन्हें ऊपर से ही यह निर्देश दिया गया है। दलित महिला की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई लेकिन घटना के इतने दिन बाद भी अभी तक एक भी बदमाश की गिरफ्तारी नहीं हुई है। नीतीश कुमार पहले जंगलराज-जंगलराज का राग अलापते रहते थे लेकिन आज उन्हीं लोगों के साथ हाथ मिला लिया है।
चिराग ने कहा कि वे पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने के लेकर मुख्यमंत्री को लिखित आवेदन देंगे इसके साथ ही केंद्र सरकार के संज्ञान में भी इस मामले को लाएंगे। उन्होंने कहा कि आज बेगूसराय में ही नहीं बिहार के कई जिलों में दलितों पर अत्याचार हो रहा हैं। अरवल में मां-बेटी को जिंदा जला दिया गया लेकिन नीतीश कुमार कहीं मिलने नहीं जाते हैं। बिहार की सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है जिस वजह से बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। इस दौरान चिराग पासवान ने बेगूसराय एसपी से फोन पर बात कर बदमाशों को गिरफ्तार करने को कहा।
बता दें कि छौराही थाना क्षेत्र में बीते 29 नवंबर को चारा लाने गई एक दलित महिला के साथ बदमाशों ने दुष्कर्म किया और उसके बाद गला काट कर हत्या कर दी थी। बीते 1 दिसंबर को महिला का शव खेत से बरामद किया गया था। सीमा विवाद को लेकर 10 घंटे तक शव खेत में पड़ा रहा था। इस मामले में अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जिसको लेकर लोगों में पुलिस और सरकार के प्रति गहरा आक्रोश है।